नई दिल्ली। कांग्रेस ने लखीमपुर खीरी हिंसा को विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा सुनियोजित साजिश करार दिए जाने के बाद मंगलवार को कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए और गृह राज्य मंत्री के पद से अजय मिश्रा को हटाना चाहिए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह भी कहा कि धर्म की राजनीति करने वाले प्रधानमंत्री को राजनीति का धर्म निभाना चाहिए।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि धर्म की राजनीति करते हैं, आज राजनीति का धर्म निभाइए, उप्र में गए ही हैं, तो मारे गए किसानों के परिवारों से मिलकर आइए। अपने मंत्री को बर्खास्त ना करना अन्याय है, अधर्म है! उन्होंने कहा कि मोदी जी, फिर से माफ़ी मांगने का टाइम आ गया…लेकिन पहले अभियुक्त के पिता को मंत्री पद से हटाओ। सच सामने है! कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की भूमिका की भी जांच की मांग की है।
उन्होंने ट्वीट किया कि न्यायालय की फटकार व सत्याग्रह के चलते अब पुलिस का भी कहना है कि गृह राज्य मंत्री के बेटे ने साजिश करके किसानों को कुचला था। इसी ट्वीट में उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि साजिश में गृह राज्य मंत्री की क्या भूमिका थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसान विरोधी मानसिकता के चलते उन्हें पद से भी नहीं हटाया है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आदरणीय मोदीजी, अब तो लखीमपुर खीरी में किसानों का क़त्ल करने का षड्यंत्र सामने आ गया। आज आप उप्र में मंच से किसानों से माफ़ी मांगें और देश के गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करें। वरना यह साबित हो जाएगा कि किसानों का नरसंहार योगी-मोदी सरकार के इशारे पर हुआ था।
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' के पुत्र और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया।
एसआईटी के मुख्य जांच निरीक्षक विद्याराम दिवाकर ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में दिये गये आवेदन में आरोपियों के विरुद्ध उपरोक्त आरोपों की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू समेत उसके 13 साथियों पर लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है।