नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज पार्टी के संगठन और कार्यशैली में आमूलचूल बदलाव लाने के लिए स्पष्ट रूपरेखा पेश करते हुए कहा कि वह नेताओं और कार्यकर्ताओें के बीच की दीवार खत्म करेंगे। अध्यक्ष के तौर पर कांग्रेस के पहले महाधिवेशन को संबोधित करते हुए राहुल ने भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा और यह भी माना कि संप्रग सरकार आखिर के कुछ वर्षों में लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी थी।
पार्टी पदाधिकारियों के बीच भारी उत्साह के बीच राहुल ने कहा, 'कांग्रेस के संगठन में हमें बदलाव लाना होगा। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच दीवार है जिसे मैं खत्म करने का काम करूंगा।' उन्होंने यह भी कहा कि टिकट बंटवारे में पैराशूट वाले लोगों को टिकट नहीं मिलेगा, बल्कि खून-पसीना बहाने वाले कार्यकर्ताओें को महत्व दिया जाएगा। राहुल ने 2019 के लोकसभा की चुनाव की तैयारी के आगाज का आहृवान करते हुए कहा कि पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कड़ा अनुशासन दिखाएं और मिलकर लड़ें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग अगले साल यह दिखा देंगे कि चुनाव कैसे लड़ा और जीता जाता है। मंदिरों के दर्शन को लेकर भाजपा के कटाक्ष की पृष्ठभूमि में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह मंदिर, मस्जिद, गिरिजाघर और गुरुद्वारे हर धार्मिक स्थल पर जाते हैं औैर गुजरात चुनाव से पहले भी जाते रहे हैं, क्योंकि उनकी नजर में भगवान हर जगह हैं। राहुल ने कहा कि अमेरिका और चीन के समानांतर भारत का अपना विजन तैयार करेंगे जिसे पूरी दुनिया सर्वश्रेष्ठ मानेगी। उन्होंने किसानों और नौजवानों के लिए भी काम करने का वादा किया।