Rahul Gandhi targeted Prime Minister Modi regarding Ram Temple : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राम मंदिर के उत्सव में मोदी जी, अंबानी जी, अडाणी जी और अन्य अरबपतियों के लिए लाल कालीन बिछा था, लेकिन देश की आदिवासी राष्ट्रपति, गरीबों, बेरोजगार युवाओं और किसानों के लिए जगह नहीं थी।
उप्र के चंदौली में पहुंची भारत जोड़ो न्याय यात्रा : राहुल गांधी यहां भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। बिहार से राहुल गांधी की न्याय यात्रा 34वें दिन शुक्रवार को दोपहर बाद उप्र के चंदौली में पहुंची जहां कांग्रेस नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने न्याय यात्रा का ध्वज उप्र कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय को सौंपा। इस मौके पर राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि देश में अरबपतियों के लिए काम किया जा रहा है, किसानों की जमीन छीनी जा रही है, महंगाई बढ़ती जा रही है, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, लेकिन इसके बारे में क्या कभी टीवी पर देखा? उन्होंने कहा, ये मोदी मीडिया, ये आपको अमिताभ बच्चन को दिखा देंगे, ऐश्वर्या राय को दिखा देंगे, पाकिस्तान के व्याख्यान दिखा देंगे, मगर बेरोजगारी और महंगाई के बारे में आपको मीडिया में नहीं दिखने वाला है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, राम मंदिर का उत्सव आपने देखा। राम मंदिर में नरेंद्र मोदी आपको दिखे। मुझे बताओ राम मंदिर के उत्सव में क्या आपको कोई किसान दिखा, क्या एक भी गरीब व्यक्ति दिखा? अमिताभ बच्चन दिखे, अंबानी व अडाणी दिखे, हिंदुस्तान के सब अरबपति दिखे, भाजपा के एक-दो नेता दिखे, लेकिन क्या आदिवासी राष्ट्रपति दिखीं आपको?
गांधी ने कहा, दो हिंदुस्तान बन रहे हैं, इसमें से एक हिंदुस्तान आपको टीवी पर दिखेगा जिसमें एक तरफ ऐश्वर्या राय नृत्य करती दिखेंगी, दूसरी तरफ बल्ले-बल्ले करते अमिताभ बच्चन दिखेंगे, शाहरुख खान और विराट कोहली के अलावा भारतीय क्रिकेट टीम दिखेगी, लेकिन इस हिंदुस्तान में आपको एक भी भूखा, एक भी बेरोजगार, एक भी अग्निवीर नहीं दिखेगा।
उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि असल में हिंदुस्तान के गरीब लोगों के लिए मजदूरी का रास्ता खुला है, संविदा मजदूरी का रास्ता खुला है, बेरोजगारी का रास्ता खुला है, भूख का रास्ता खुला है। उन्होंने कहा, अगर आप अरबपति हो, नरेंद्र मोदी के मित्र हो, तो जो भी जमीन चाहिए ले लो, जो भी हवाई अड्डा चाहिए ले लो, रेलवे चाहिए ले लो।
हम देश को जोड़ने की बात करना चाहते हैं : गांधी ने अपनी यात्रा का मकसद स्पष्ट करते हुए कहा, इस यात्रा में हमने शब्द न्याय इसलिए जोड़ा कि हम न्याय की बात करना चाहते हैं, देश को जोड़ने की बात करना चाहते हैं, एकता की बात करना चाहते हैं, यात्रा में हम लंबे भाषण नहीं देते। आपके बीच छह-सात घंटे बातचीत होती, जो भी आप किसानों, मजदूरों के दिल में होता है, उसे हमें खुलकर बताइए।
गांधी ने उमड़ी भीड़ से आत्मीयता दिखाते हुए कहा, आपने जो बताया, जो हम सीखे, जो आपको दर्द है, आपके दिल में जो दुख है, उसे हम स्टेज से आपके सामने रखते हैं। लक्ष्य यह है कि जो अन्याय हो रहा है उसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी, इंडिया गठबंधन और देश की जनता एकसाथ खड़ा हो जाए।
उन्होंने कहा, यह दो विचारधाराओं की लड़ाई है, एक विचारधारा भाई को भाई से लड़ाती है और आपकी जेब से धन निकालकर दो-तीन अरबपतियों को पकड़ा देती है। दूसरी विचारधारा नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोलती है और जो आपका हक है, आपका जो धन है, उसे आपके हवाले कर देती है, यही लड़ाई हिंदुस्तान में चल रही है।
हमारे नेता लगातार इस सरकार के अन्याय से लड़ रहे हैं : कांग्रेस नेता ने कहा, दो ही मुद्दे हिंदुस्तान में हैं, बेरोजगारी और महंगाई। तीसरा मुद्दा सामाजिक न्याय का मुद्दा है। इन चीजों पर हमारी बातचीत होगी। आप आए, आपने अपनी शक्ति, अपना प्यार इस यात्रा को दिया। आपको धन्यवाद। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने न्याय यात्रा का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे नेता लगातार इस सरकार के अन्याय से लड़ रहे हैं, उनका उत्तर प्रदेश की धरती चंदौली पर स्वागत और अभिनंदन है।
राय ने राहुल गांधी को भरोसा देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग आपके संघर्ष में आखिरी सांस तक लड़ने को वचनबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि सिर कट जाएगा, लेकिन सिर झुकेगा नहीं। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उप्र कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्र मोना ने आभार ज्ञापित किया। यात्रा में उप्र में राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणु गोपाल, महासचिव प्रभारी अविनाश पांडेय, महासचिव जयराम रमेश समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour