नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने कथित यौन शोषण के आरोपों पर स्वतंत्र जांच समिति के समक्ष 2 दिनों के भीतर करीब 10 घंटे तक अपना बयान दर्ज कराया है।
बीसीसीआई का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) के सदस्यों में जौहरी पर लगे आरोपों को लेकर मतभेद होने के बाद इस मामले पर सुनवाई के लिए स्वतंत्र जांच समिति बनाई गई थी। जौहरी पर 2 महिलाओं ने कथित यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, लेकिन ये आरोप उनके बीसीसीआई का हिस्सा बनने से पूर्व के थे।
जौहरी ने मंगलवार और बुधवार को 2 दिन तक 3 सदस्यीय स्वतंत्र जांच समिति के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया और बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी सफाई में कई रिकॉर्ड और दस्तावेज भी प्रस्तुत किए हैं। 2 महिलाओं ने स्काइप के जरिए जौहरी के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। ये दोनों ही विदेश में रहती हैं और उन्होंने ई-मेल के जरिए जौहरी के आपत्तिजनक व्यवहार के बारे में समिति को बताया।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश राकेश शर्मा, दिल्ली महिला आयोग की पूर्व सदस्य बरखा सिंह और मानवाधिकार कार्यकर्ता वीना गौड़ा जांच समिति सदस्य हैं। समझा जाता है कि आरोप लगाने वाली एक महिला पूर्व मुंबई कप्तान शिशिर हटंगड़ी की दोस्त भी हैं जिन्होंने इस मामले में बयान दर्ज कराया है। इस महिला ने हटंगड़ी की मदद से सीओए तक अपनी बात रखी थी, वहीं दूसरी महिला बीसीसीआई से पूर्व जौहरी की पिछली कंपनी में उनकी सहकर्मी रही हैं।