देश में लगातार संक्रमण बढ़ता जा रहा है, ऐसे में अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं है। हालात यह है कि कई अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती करने से इनकार कर दिया है। ऐसे में अब इसके लिए रेलवे कोच का सहारा लिया जा रहा है।
कोरोना के कहर के बीच रेलवे डिपार्टमेंट ने करीब 4 हजार से ज्यादा कोविड कोच तैयार कर दिए हैं। कोच में मेडिकल सुविधांए जुटाने का काम राज्य सरकार करेगी। कोच की सफाई, कंबल, पानी, बिजली और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं की जिम्मेदारी रेलवे की होगी।
देश में बढ़ते संक्रमण और राज्यों के अस्पतालों में बेड्स की कमी के बीच ट्रेन के डिब्बों में बने आइसोलेशन कोच की जरूरत पड़ने लगी है। इसी वजह को देखते हुए भारतीय रेलवे ने अपने कोच को कोविड केयर कोच में बदल दिया है।
रेलवे के 16 जोन में 4,002 आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराए गए हैं और जैसे ही राज्य सरकारों की तरफ से डिमांड आएगी उन्हें बुनियादी सुविधाओं के साथ उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके अलावा इनमें ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर मरीज के काम आने वाली सभी जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं।
शहर के हॉस्पिटलों में बेड कम पड़ने की स्थिति में मरीजों के आइसोलेशन के लिए रेलवे के यह कोच काम आ सकते हैं।