गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू और कश्मीर में जारी अशांति से उपजे हालात की आज शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ समीक्षा की। सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों ने श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र के लिए 9 अप्रैल को हुए उपचुनाव के दौरान भड़की हिंसा के बाद कश्मीर घाटी में जारी अशांति से उपजे हालात की मौजूदा स्थिति की विस्तृत जानकारी दी।
सूत्रों के अनुसार बैठक में अधिकारियों ने घाटी में हालात सामान्य करने के लिए उठाए गए कदमों की रिपोर्ट पेश की। इसमें पिछले कुछ दिनों में स्थानीय अलगाववादी गुटों की ओर से जारी पथराव और विरोध प्रदर्शनों के कारण सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े मौजूदा स्थिति की अधिकारियों ने गृह मंत्री को जानकारी दी। इस दौरान सुरक्षाबल के जवानों पर पथराव की बढ़ती घटनाओं से उपजी चुनौती से निपटने की रणनीति पर भी विचार विमर्श किया गया।
सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सीमा पार से घुसपैठ की लगातार बढ़ती कोशिशों के मुद्दे पर चर्चा की। बैठक में अर्धसैन्य बल और खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान सिंह ने अधिकारियों को नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास के इलाकों में चौकासी और निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया। जिससे गरमी के मौसम का लाभ उठाकर जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ को प्रभावी तौर पर रोका जा सके। (भाषा)