नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उनके अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन ने शनिवार को विस्तृत वार्ता की जिसमें द्विपक्षीय रणनीतिक सबंधों को और विस्तार देने, हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में बदलती स्थिति और आतंकवाद की चुनौती जैसे विषयों पर मुख्य रूप से चर्चा की गई।
ऑस्टिन 3 देशों की यात्रा के कार्यक्रम के तहत जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा के बाद भारत आए हैं। इस यात्रा को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की क्षेत्र में अपने निकट सहयोगियों एवं साझेदारों के साथ संबंधों को लेकर मजबूत प्रतिबद्धता दर्शाने की कोशिश के तहत देखा जा रहा है।
ऑस्टिन शनिवार सुबह राष्ट्रीय समर स्मारक गए और भारत के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वार्ता से पहले उन्हें विज्ञान भवन परिसर में सलामी गारद दिया गया। ऑस्टिन ने शुक्रवार को दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से वार्ता की।
ऑस्टिन ने ट्वीट किया कि यहां भारत में आकर रोमांचित हूं। दोनों देशों के बीच सहयोग की गहराई हमारी व्यापक रक्षा साझेदारी के महत्व को दर्शाती है और हम हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों पर मिलकर काम कर रहे हैं। ऑस्टिन की यात्रा संबंधी जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि 3 अरब डॉलर से अधिक (अनुमानित) की लागत से अमेरिका से करीब 30 मल्टी-मिशन सशस्त्र प्रीडेटर ड्रोन खरीदने की भारत की योजना पर भी ऑस्टिन और सिंह के बीच चर्चा होने की उम्मीद है।
क्वाड समूह की बैठक में हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने का संकल्प लेने के कुछ दिनों बाद अमेरिकी रक्षामंत्री की भारत की यात्रा हो रही है। 4 देशों के इस समूह में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। (भाषा)