नई दिल्ली। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि चीन के साथ डोकलाम गतिरोध के बाद सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने अतिरिक्त सीमा चौकियों का निर्माण कर अपने आप को मजबूत किया है। राजनाथ ने बल की 54वीं स्थापना दिवस परेड के दौरान सीमा प्रहरियों को संबोधित करके हुए कहा कि एसएसबी नेपाल और भूटान के साथ भारत की सीमा की केवल रक्षा भर नहीं करती बल्कि इस बात का भी ख्याल रखती है कि इन पड़ोसी मुल्कों के साथ मित्रवत संबंध खराब नहीं हों।
उन्होंने कहा कि पिछला वर्ष बल के लिए शानदार रहा है। चीन के साथ डोकलाम विवाद के बाद एसएसबी ने सिक्किम और भूटान सीमा के निकट और सीमा चौकियों का निर्माण करके अपने आप को मजबूत किया है। गृहमंत्री ने उग्रवाद विरोधी अभियानों और नक्सल विरोधी अभियानों के लिए भी एसएसबी की सराहना की। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्रों के निकट रहने वाले लोगों को भारत की रणनीतिक संपत्ति माना जाना चाहिए।
बल अनेक कार्यक्रम आयोजित करके उनकी देखभाल करता है जिसकी सराहना की जाती है। पड़ोसी मुल्कों के साथ विश्वास बनाने के कदमों के बारे में पूछे जाने पर राजनाथ ने कहा कि विश्वास बहाली के कदम उठाए जा रहे हैं और यह लगातार चलने वाली प्रकिया है। यह हमेशा चलती है और इसे हमेशा चलते रहना चाहिए। (भाषा)