नई दिल्ली। मुस्लिम पक्ष ने उच्चतम न्यायालय के 5 न्यायमूर्तियों की संविधान पीठ के समक्ष सोमवार को दावा किया कि हिंदू पक्ष यह साबित करने में अक्षम है कि मुख्य गुंबद ही भगवान राम की जन्मस्थली है। मुस्लिम पक्ष के वकील डॉ. राजीव धवन ने शीर्ष अदालत में संविधान पीठ के समक्ष यह बात अयोध्या की विवादित भूमि को 3 भागों में बांटने के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वर्ष 2010 के फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान कही।
उल्लेखनीय है कि रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवादित भूमि मामले में मध्यस्थता प्रक्रिया विफल होने के बाद उच्चतम न्यायालय 6 अगस्त से इस मामले की प्रतिदिन सुनवाई कर रहा है।
डॉ. धवन ने कहा, उनकी मुहिम इस आधार पर है कि हिंदू पक्ष ने वर्ष 1989 से स्वीकार किया था कि उन्हें पूजा करने का सिर्फ परंपरागत अधिकार है। न्यास मनगढ़ंत है और यह सामाजिक और राजनीति समूह द्वारा तैयार किया गया है।