अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला को अस्थायी मंदिर में शिफ्ट किया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अयोध्या में भी करोना वायरस के चलते लॉकडाउन की घोषणा करने के बाद श्रीराम जन्मभूमि पर विराजमान रामलला को उनके अस्थायी मंदिर में शिफ्ट करने के लिए पूजा-पाठ चालू हो गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह 7 बजे से ही 15 वैदिक विद्वान रामलला के गर्भगृह में पूजा-अनुष्ठान शुरू कर दिया हैं, जो रात्रि 11 बजे तक चलेगा।
उन्होंने बताया कि इसके बाद 25 मार्च को रात 2 बजे रामलला को जगाया जाएगा और उनका पूजन-पाठ होगा। उन्होंने बताया कि रास्ते का शुद्धिकरण होने के बाद ब्रह्म मुहूर्त में रामलला को अपने नए मंदिर में विराजमान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नवरात्र के प्रथम दिन रामलला अपने नए मंदिर में नए आसन पर विराजमान होंगे। चांदी के सिंहासन पर भगवान राम अपने चारों भाइयों के साथ बाल स्वरूप दर्शन देंगे। यह सिंहासन अयोध्या के राजपरिवार द्वारा रामलला को भेंट किया गया है, जिसकी लंबाई पच्चीस इंच, चौड़ाई 15 इंच और ऊंचाई चौबीस इंच है।
हालांकि ट्रस्ट के पदाधिकारी इस कार्यक्रम को बहुत भव्य तरीके से करने को इच्छुक थे, परंतु देश में व्याप्त कोरोना वायरस के अलर्ट के चलते अब यह कार्यक्रम सीमित कर दिया गया है। (वार्ता)