70 का दशक में बातों-बातों में, खूबसूरत और खट्टा-मीठा जैसी फिल्मों का दौर था। इस वक्त ऋषिकेश मुखर्जी की हल्की फूल्की फिल्में बेहद लोकप्रिय होती थी। इन फिल्मों में रेखा, राकेश रोशन, अशोक कुमार और दीना पाठक जैसे कलाकार नजर आए थे, लेकिन इन कलाकारों के बीच ही एक ऐसा लड़का था जिसका चेहरा आज भी भुलाए नहीं भूलता है।
जी हां, कभी गिटार हाथ में लेकर तो कभी वायलीन के साथ यह दुबला-पतला सा लड़का नजर आता था। अपनी बातों से पूरे घर को इरीटेट करने वाला। कभी राकेश रोशन के भाई के रुप में तो कभी रेखा के देवर के रुप में। तो कभी टीना मुनीम के भाई के रुप में। इस एक्टर का नाम था रंजीत चौधरी।
रंजीत चौधरी का 15 अप्रैल का मुंबई में निधन हो गया। उनकी उम्र 65 साल थी।
रंजीत की बहन और मुंबई थिएटर आर्टिस्ट राएल पदमसी ने इंस्टाग्राम पर रंजीत के निधन की खबर दी है। इसके साथ ही उन्होंने रंजीत की एक पुरानी फोटो शेयर कर लिखा,
‘उन लोगों के लिए जो रंजीत को जानते थे, अंतिम विदाई 16 अप्रैल को होगी। साथ ही 5 मई को एक सभा रखी जाएगी, जिसमें रंजीत की जिंदगी और फिल्मों के किस्से साझा करेंगे।’
बातों-बातों में, खूबसूरत और खट्टा-मीठा जैसी पॉपुलर फिल्मों में काम करने के बाद रंजीत यूएस शिफ्ट हो गए थे, जहां वे यूएस के कई शोज़ में नजर आए। इसमें ‘द ऑफिस’ सबसे मशहूर हुआ। इसमें वह विक्रम एच की भूमिका में नजर आए थे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने स्टीव कैरेल और जैना फिशर जैसे कलाकारों के साथ काम भी किया। पिंकविला की एक रिपोर्ट के मुताबिक रंजीत ने दीपा मेहता की फिल्म सैम और मैं का स्क्रीनप्ले भी लिखा था। दीपा मेहता की फिल्म के लिए कान्स फिल्म फेस्टिवल में रंजीत का खासतौर पर जिक्र किया गया था।
वक्त के साथ जब बॉलविुड बदल गया तो रंजीत का भी हिंदी फिल्मों से नाता टूट गया और वे अमेरिका चले गए। कहा जाता है कि वे लंबे समय तक अमेरिका में भटकते रहे। बाद में उन्होंने अमेरिका के शोज में काम किया। उन्हें थियेटर से प्यार था। उन्होंने मिसिसिपी मसाला, कामसूत्र: ए टेल ऑफ लव एंड लास्ट होलिडे जैसी फिल्मों में भी बेहतरीन अभिनय किया।
70 से 80 के दशक के बीच बेहद सहज लोग और सहज फिल्मों का दौर था। इसलिए अभिनय भी बेहद सहज हुआ करता था। ऐसे में रेखा, राकेश रोशन, टीना मुनीम, दीना पाठक और अशोक कुमार जैसे कलाकारों के बीच रंजीत ने भी अपनी एक जगह स्थापित की थी।