West Bengal Sandeshkhali violence News: पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त इलाके संदेशखाली जो रिपोर्टें छनकर बाहर आ रही हैं, वे रौंगटे खड़े कर देने वाली हैं। भाजपा ने ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य में पूर्ण अराजकता व्याप्त है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संदेशखाली में आदिवासी महिलाओं के साथ बलात्कार और उनका शोषण करने वाले अपनी पार्टी के गुंडों को संरक्षण दे रही हैं।
इस बीच, बुधवार को संदेशखाली हिंसा के विरोध में वहां जा रहे भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार भी पुलिस के साथ हुई झड़प में जख्मी हो गए। आइए जानते हैं महिलाओं की दर्दनाक दास्तान...
जवान और खूबसूरत महिलाओं को उठा रहे हैं : केन्द्रीय मंत्री स्मृति ने ईरानी ने एक महिला और एक पत्रकार की बातचीत का हवाला देते हुए बताया कि टीएमसी के नेता घरों में आते हैं और यह देखते हैं कि कौनसी महिला खूबसूरत और जवान है। वे हिन्दू महिलाओं को उठाकर ले जाते हैं और उनके साथ कई रातों तक टीएमसी कार्यालय में सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है। पीड़ित महिलाएं मदद के लिए गुहार लगा रही हैं, पीड़ा से चीख रही हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
महिलाओं ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि बलात्कार साबित करने के लिए हमसे मेडिकल रिपोर्ट मांगी जा रही है। गांव की महिलाएं कैसे कह सकती हैं कि उनके साथ बलातकार हुआ है। महिलाओं ने कहा कि हमारी सुनने वाला कोई नहीं है। क्षेत्र की सांसद नुसरत जहां को भी चुनाव के बाद कभी नहीं देखा।
ईरानी ने कहा कि महिलाओं के पतियों को धमकियां दी जाती हैं। उनसे कहा जाता है कि तुम नाम के पति हो, इन महिलाओं पर तुम्हारा कोई अधिकार नहीं है। महिलाओं ने शाहजहां शेख नामक टीएमसी नेता पर भी आरोप लगाए हैं। यह संदेशखाली का टीएमसी ब्लॉक अध्यक्ष भी है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक महिला ने आरोप लगाया कि पुलिसवाले हमारे घर आए। उन्होंने मेरे पति को गालियां दीं और मेरे साथ छेड़छाड़ की कोशिश की। पुलिस वाले नशे में थे, वे ढंग से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। उन्होंने मेरी बेटी को भी बाहर फेंक दिया।
डर के चलते रात को नींद नहीं आती : एक महिला ने एएनआई से बातचीत में कहा कि जो लोग लड़कियों और महिलाओं को उठाकर ले जाते हैं, वे हमारा सम्मान कैसे वापस दिलाएंगे। ये लोग रात को आते हैं, दरवाजा पीटते हैं, टॉर्च जलाते हैं, लेकिन हम दरवाजा नहीं खोलते हैं। हमें डर की वजह से पूरी रात सो नहीं पाते। हमें स्थानीय पुलिस और प्रशासन पर बिलकुल भी भरोसा नहीं है।
महिला ने आरोपियों के नाम बताते हुए कहा कि राज्य पुलिस शाहजहां, शिबू, उत्तम, रंजू, संजू और अन्य को कभी हिरासत में नहीं लेगी। अत्याचार के खिलाफ सड़क पर उतरी महिलाओं ने कहा कि हम आंदोलन करते रहेंगे, जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते।
क्या कहा भाजपा ने : भाजपा ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली क्षेत्र में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के दावों पर विरोध प्रदर्शनों और झड़पों के मद्देनजर भाजपा ने बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में पश्चिम बंगाल में पूर्ण अराजकता व्याप्त है और मुख्यमंत्री बनर्जी संदेशखाली में आदिवासी महिलाओं के साथ बलात्कार और उनका शोषण करने वाले अपनी पार्टी के गुंडों को संरक्षण दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जंगलराज है। अनुसूचित जनजाति की हमारी बहनों के साथ टीएमसी के गुंडे बलात्कार कर रहे हैं, उन पर हमला कर रहे हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मूकदर्शक बनी हुई हैं। पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। भाटिया ने कहा कि यदि आप इस्तीफा नहीं देती हैं, तो लोगों को कम मत आंकिए। आपको शासन से उखाड़ फेंका जाएगा, यह निश्चित है।
भाटिया ने कहा कि भाजपा यौन उत्पीड़न की पीड़ितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी और न्याय के लिए उनकी लड़ाई को आगे बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि स्थिति इतनी खराब है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय को इसका संज्ञान लेना पड़ा और राज्य सरकार को नोटिस जारी करना पड़ा।
क्या कहती हैं ममता सरकार की मंत्री : बंगाल सरकार की मंत्री डॉ. शशि पांजा ने कहा कि पुलिस की 10 लोगों की टीम तैयार की गई है। इसमें सभी महिलाएं हैं। टीम गांव के हर घर में जाकर महिलाओं से बात कर रही है। कई अपराधियों को पकड़ा भी गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कोशिश कर रही है कि परिस्थिति को समान्य न होने दिया जाए और लोगों को उकसाया जाए।
Edited by: Vrijendra singh Jhala