मुंबई। सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के कई बैंकों में ऋण से जुड़े घोटालों के लगातार सामने आने के बाद बढ़ते फंसे कर्ज से निपटने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गलत तरीके से बैंकों का लेखा परीक्षण करने वाले लेखा परीक्षकों (ऑडिटरों) को कड़ी दंडात्मक कार्रवाई का सामना करने के लिए चेताया है।
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक परिपत्र ‘वाणिज्यिक बैंकों के वैधानिक लेखापरीक्षण में कमी के लिए वैधानिक लेखा परीक्षकों पर कार्रवाई की रुपरेखा’ जारी की।
रिजर्व बैंक ने वैधानिक लेखापरीक्षकों को चेतावनी दी कि यदि कोई भी परीक्षक नियमों का पालन करने में विफल रहता है तो उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होगी। (भाषा)