नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर भारतीय एक वीआईपी है और बत्ती की संस्कृति काफी पहले ही खत्म हो जानी चाहिए थी। मोदी ने यह टिप्पणी तब की जब कुछ ही घंटे पहले उनकी सरकार ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों सहित सभी वीवीआईपी के वाहनों पर बत्तियों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी।
मोदी ने कहा कि ऐसे प्रतीक नए भारत की भावना से कटे हुए हैं। प्रधानमंत्री ट्विटर पर अपने एक प्रशंसक के ट्वीट का जवाब दे रहे थे उनके प्रशंसक ने एंबुलेंसों और फायर ब्रिगेड जैसे आपातकालीन वाहनों को छोड़कर अन्य सभी वाहनों पर बत्तियों के इस्तेमाल पर एक मई से रोक लगाने के फैसले को ऐतिहासिक करार दिया था।
कैबिनेट की बैठक में हुए फैसले के बाद सरकार ने कहा कि वीआईपी संस्कृति के प्रतीक के तौर पर देखी जा रही वाहनों में लगी बत्तियों की एक लोकतांत्रिक देश में कोई जगह नहीं है।
एक अन्य ट्वीट के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह काफी पहले खत्म हो जाना चाहिए था। खुशी है कि आज एक ठोस शुरूआत हुई है। उन्होंने कहा, 'हर भारतीय खास है। हर भारतीय वीआईपी है।'
इस बीच देशभर नेताओं के बीच गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने की होड़ सी मच गई है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों ने लाल बत्ती हटाने का ऐलान कर दिया है।