नई दिल्ली। आक्रामक रणनीति से 4जी दूरसंचार सेवा के ग्राहकों पर पकड़ मजबूत बनाने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) अब एयरटेल और वोडा-आइडिया के 52 करोड़ से अधिक 2जी और 3जी ग्राहकों को अपने साथ जोड़ने के लिए पैनी नजर गड़ाए हुए है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने हाल ही में कंपनी की 42वीं आम बैठक को संबोधित करते हुए जियो के आगे भी आक्रामक रुख जारी रखने के संकेत दिए थे। रिलायंस जियो अपनी तीसरी वर्षगांठ पर जियो गीगा फाइबर की शुरुआत करने जा रही है।
करीब 3 साल पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज के दूरसंचार सेवा क्षेत्र में उतरने के बाद इस कारोबार में जारी उठापटक का दौर अभी और लंबा चलने की संभावना बनी हुई है। इस दौरान 34 करोड़ मोबाइल ग्राहक बनाने वाली जियो का अगला पड़ाव जल्दी ही 50 करोड़ का लक्ष्य हासिल करने का है। इस दिशा में वह मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है।
कंपनी सूत्रों का कहना है कि दूरसंचार उद्योग के लिए रिलायंस जियो की तरफ से स्पष्ट संकेत हैं कि निकट भविष्य में ज्यादा से ज्यादा ग्राहक जोड़ने के अपने मिशन पर वह आगे बढ़ती रहेगी और टैरिफ प्लान को लेकर भी आक्रामक रुख कायम रह सकता है।
दूरसंचार क्षेत्र की 2 अन्य बड़ी कंपनियों एयरटेल के साथ इस वर्ष जून के अंत तक करीब 9 करोड़ 52 लाख और वोडा-आइडिया के साथ 8 करोड़ 48 लाख 4जी ग्राहक जुड़े थे। इन दोनों कंपनियों का वर्चस्व 2जी और 3जी सेवा पर है और रिलायंस जियो की अब इस पर पैनी नजर है।
कंपनी का मानना है कि 2जी ग्राहकों को जियो की तरफ आकर्षित करने में जियो फोन काफी कारगर साबित हुआ है। फीचर फोन बाजार में जियो फोन अग्रणी है और पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों में यह काफी लोकप्रिय भी साबित हुआ है।