Farmers march to Delhi postponed: अपनी मांगों को मनवाने के लिए संसद भवन का घेराव करने दिल्ली कूच कर रहे किसानों ने फिलहाल अपना फैसला बदल दिया है। प्रदर्शनकारी किसानों ने सरकार को 7 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। किसानों ने अब दलित प्रेरणा स्थल पर डेरा डाल दिया है। अब वे वहीं रुककर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
पीछे भी नहीं हटेंगे : भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर खलीफा ने कहा कि हम अपने अधिकारों के लिए दृढ़ संकल्प, पूरे जुनून और समर्पण के साथ आए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों का शोषण किया जा रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। खलीफा ने कहा कि हमें आश्वासन दिया गया है कि सचिव स्तर की वार्ता के बाद हमारी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। अब हम आगे नहीं बढ़ेंगे, लेकिन पीछे भी नहीं हटेंगे।
यातायात सामान्य : ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) नोएडा शिवहरि मीणा ने कहा कि किसानों ने अपनी मांगें अधिकारियों को बता दी हैं और अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है। अब यातायात सामान्य हो गया है। उन्होंने कहा कि किसानों ने 'दिल्ली चलो' मार्च का ऐलान किया था। हम लगातार उनसे बातचीत कर रहे थे।
क्या हैं किसानों की मांगें : भारतीय किसान यूनियन के नेता पवन खटाना ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर के जिन किसानों की जमीन चली गई है, उन्हें 10 फीसदी विकसित प्लॉट दिए जाएं। उन्होंने कहा कि 2013 में गौतमबुद्ध नगर के किसानों ने भूमि अधिग्रहण कानून के लिए लड़ाई लड़ी और उसे पास करवाया, लेकिन उस कानून को लागू नहीं किया गया। किसी भी किसान को 4 गुना मुआवजा नहीं मिला।
खटाना ने कहा कि एयरपोर्ट की वजह से किसान विस्थापित हो रहे हैं और विस्थापन नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जब तक विस्थापन नीति में बदलाव नहीं होता, हम विरोध जारी रखेंगे। हमने सड़क नहीं रोकी, प्रशासन ने ऐसा किया है। हम अपनी योजना के अनुसार आगे बढ़ रहे थे। हम कुछ समय के लिए रुके हैं।
इस बीच, किसान संगठनों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए 7 दिन का अल्टीमेट दिया है। किसान संगठनों का कहना है कि 7 दिन के लिए आंशिक धरना दलित प्रेरणा स्थल पर जारी रहेगा। यदि 7 दिन तक कोई समाधान नहीं निकलता है तो फिर से किसान संगठन दिल्ली कूच करेंगे। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala