Loan Apps news : केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को कहा कि सरकार ने सोशल मीडिया और ऑनलाइन मंचों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वे अपने मंच पर कर्ज देने वाले धोखाधड़ी वाले ऐप के विज्ञापन नहीं लगाएं।
चंद्रशेखर ने कहा कि आईटी मंत्रालय ने मंचों को स्पष्ट कर दिया है कि वे धोखाधड़ी वाले ऋण ऐप के विज्ञापन नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि ये विज्ञापन गुमराह करने वाले हैं और इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं।
चंद्रशेखर ने कहा कि अब हम जिन क्षेत्रों पर नकेल कस रहे हैं उनमें से एक धोखाधड़ी वाले ऋण ऐप के विज्ञापन है जो कई मंच पर चल रहे हैं। हमने कल की सलाह के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी मध्यस्थ धोखाधड़ी वाले ऋण ऐप के विज्ञापन नहीं दे सकता है।
ऑनलाइन लोन एप्स से लोन लेना क्यों खतरनाक? ऑनलाइन लोन एप को लेकर सरकार की सख्ती के पीछे एक नहीं कई कारण है। ऑनलाइन लोन एप से लोन लेना कितना खतरनाक है और लोगों को लोन लेने से क्यों बचना चाहिए,यह भी समझना जरूरी है।
-इंस्टेंट लोन देने वाले ज्यादातर एप आरबीआई में रजिस्टर्ड नहीं होते हैं।
-ऐसे ऑनलाइन एप से लोगों को ठगी का शिकार में बनाया जाता है।
-ऑनलाइन लोन एप कर्ज पर भारी-भरकम ब्याज वसूलते हैं, जो बैंकों की तुलना में कई गुना अधिक होता है.
-एक भी किस्त समय पर नहीं भरने पर कई गुना पेनाल्टी।
-एप कर्ज देने से पहले उपभोक्ता के फोन से संवेदनशील जानकारियां चुरा लेते हैं।
-उपभोक्ता के फोन में सेव नंबर्स के साथ ही तस्वीरों का भी एक्सेस कर लेते है।
-अगर कर्ज लेने वाले से किस्तें चुकाने में देरी हुई, तो उनके साथ ब्लैकमेलिंग शुरू हो जाती है।
-कर्जदार को धमकाने का काम करते हैं।
-ऐसे में ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर लोग सुसाइड कर लेते हैं।
ठगी से बचने के लिए इन बातों रखें ध्यान : किसी भी अनजान व्यक्ति या संस्था से लोन प्राप्त करने हेतु फर्जी एप्प को अपने मोबाइल में डाउनलोड ना करें।
-लोन अधिकृत बैंक/संस्था आदि से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर प्राप्त करे।
-लोन हेतु किसी भी अज्ञात व्यक्ति को ऑनलाइन अपने निजी दस्तावेज साझा ना करे।
-लोन हेतु प्रोसेसिंग फीस, की मांग की जाने पर किसी भी खाते/वालेट में राशि जमा न करे।
-कम ब्याज दर पर लोन देने हेतु प्रकाशित विज्ञापन पर भरोसा ना करे।