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कर्तव्य पथ पर दिखा डेयरडेविल्स शो, आसमान में गरजे राफेल-सुखोई, परेड में सेना का मनमोहक अंदाज

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हमें फॉलो करें कर्तव्य पथ पर दिखा डेयरडेविल्स शो, आसमान में गरजे राफेल-सुखोई, परेड में सेना का मनमोहक अंदाज

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , रविवार, 26 जनवरी 2025 (14:11 IST)
76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर देशभर में जीवंत समारोह, भव्य परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में कई राज्यों और मंत्रालयों की झांकियां दिखीं। परेड में भारत की उपलब्धियों और प्रगति का प्रदर्शन किया गया। भारतीय वायुसेना परेड के दौरान फ्लाई-पास्ट से लोगों का दिल जीत लिया। ICG के 3 डोर्नियर-228 विमानों से रक्षक फॉर्मेशन किया गया। परेड के दौरान तीन सुखोई-30 विमानों ने त्रिशूल फॉर्मेशन बनाया। इसी के साथ राफेल ने विजय फॉर्मेशन प्रदर्शित किया। 

परेड के दौरान आसमान में राफेल और सुखोई समेत कई लड़ाकू विमान गरजे। विमानों ने अलग-अलग तरीके से अपना शौर्य दिखाया। रेड के दौरान भारतीय सेना के सिग्नल कोर की मोटरसाइकिल राइडर डिस्प्ले टीम  "द डेयरडेविल्स" ने अपने अलग अंदाज से लोगों का मन मोह लिया। "द डेयरडेविल्स" टीम ने बुलेट व्हीली, लैडर सैल्यूट, थ्री पीक डेविल फॉर्मेशन, शत्रुजीत, मर्करी पीक, इन्फो वॉरियर्स, लोटस और ह्यूमन पिरामिड के साथ सलामी दी।

इस फ्लाई-पास्ट में वायुसेना के आधुनिक और घातक विमानों ने हिस्सा लिया, जिनमें सुखोई Su-30 MKI, राफेल फाइटर जेट, मि-17 हेलीकॉप्टर, अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, और डॉर्नियर ट्रांसपोर्ट प्लेन शामिल थे। इस रोमांचक प्रदर्शन में कुल 22 फाइटर जेट, 11 ट्रांसपोर्ट विमान और 7 हेलीकॉप्टरों ने अपनी अद्वितीय कौशल और तालमेल का प्रदर्शन किया।
 
झांकियों में तीनों सेनाओं का तालमेल : गणतंत्र दिवस परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर रविवार को पहली बार तीनों सेनाओं (थलसेना, वायुसेना, नौसेना) की झांकी में सशस्त्र बलों के बीच तालमेल बढ़ाने पर भारत के विशेष जोर का प्रदर्शन किया गया। झांकी में युद्ध के मैदान का परिदृश्य दिखाया गया, जिसमें स्वदेशी अर्जुन युद्धक टैंक, तेजस लड़ाकू विमान, विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम और उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर के साथ थल, जल और वायु में समन्वित अभियान का प्रदर्शन किया गया। तीनों सेनाओं की झांकी का विषय ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ रखा गया था।
परेड के दौरान आसमान में राफेल और सुखोई समेत कई लड़ाकू विमान गरजे। विमानों ने अलग-अलग तरीके से अपना शौर्य दिखाया। रेड के दौरान भारतीय सेना के सिग्नल कोर की मोटरसाइकिल राइडर डिस्प्ले टीम "द डेयरडेविल्स" ने अपने अलग अंदाज से लोगों का मन मोह लिया। "द डेयरडेविल्स" टीम ने बुलेट व्हीली, लैडर सैल्यूट, थ्री पीक डेविल फॉर्मेशन, शत्रुजीत, मर्करी पीक, इन्फो वॉरियर्स, लोटस और ह्यूमन पिरामिड के साथ सलामी दी।
परेड के दौरान आसमान में राफेल और सुखोई समेत कई लड़ाकू विमान गरजे। विमानों ने अलग-अलग तरीके से अपना शौर्य दिखाया। रेड के दौरान भारतीय सेना के सिग्नल कोर की मोटरसाइकिल राइडर डिस्प्ले टीम "द डेयरडेविल्स" ने अपने अलग अंदाज से लोगों का मन मोह लिया। "द डेयरडेविल्स" टीम ने बुलेट व्हीली, लैडर सैल्यूट, थ्री पीक डेविल फॉर्मेशन, शत्रुजीत, मर्करी पीक, इन्फो वॉरियर्स, लोटस और ह्यूमन पिरामिड के साथ सलामी दी।
मंत्रालय ने एक जनवरी को साल 2025 को रक्षा सुधारों वाला वर्ष घोषित किया था और कहा था कि भारत की सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए तीनों सेनाओं के तालमेल को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। तीनों सेनाओं की झांकी में सशस्त्र बलों में एकीकरण के वैचारिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया और इसमें थल सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच नेटवर्किंग और संचार की सुविधा प्रदान करने वाले संयुक्त अभियान कक्ष को दर्शाया गया।
रक्षा मंत्रालय तीनों सेवाओं के बीच समन्वय और एकीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिसका उद्देश्य समकालीन और भविष्य के संघर्षों में सेना की लड़ाकू क्षमता को अधिकतम करना है। तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने के तहत सरकार इस साल एकीकृत युद्ध क्षेत्र कमान स्थापित करने पर गौर कर रही है। थिएटराइजेशन मॉडल के अंतर्गत सरकार थल सेना, वायु सेना और नौसेना की क्षमताओं को एक साथ लाना चाहती है, जिससे युद्ध के दौरान और सैन्य अभियानों के दौरान उनके संसाधनों का अनुकूल प्रयोग किया जा सके।
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थिएटराइजेशन योजना के तहत सभी थिएटर कमांड में सेना, नौसेना और वायु सेना की सभी इकाइयां होंगी साथ ही वे सभी एक भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए एक इकाई के रूप में काम करेंगी। वर्तमान स्थिति में थलसेना, नौसेना और वायुसेना अलग-अलग कमान के साथ काम करती हैं। इनपुट भाषा Edited by : Sudhir Sharma 

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