नई दिल्ली। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) पीजी काउंसिलिंग में देरी को लेकर दो हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे दिल्ली के रेजीडेंट डॉक्टरों ने सरकार के इस आश्वासन के बाद शुक्रवार को अपनी हड़ताल रद्द कर दी कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा।
फेडरेशन ऑफ डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने एक बयान में कहा कि उसने दोपहर 12 बजे अपना प्रदर्शन रद्द कर दिया। प्रदर्शन के दौरान रेजीडेंट डॉक्टरों ने सभी सेवाओं का बहिष्कार कर दिया था जिससे दिल्ली के कई प्रमुख अस्पतालों में मरीज देखभाल सेवाएं प्रभावित रहीं।
फेडरेशन ने सोमवार को सड़कों पर डॉक्टरों तथा पुलिस कर्मियों के बीच झड़प के बाद कुछ डॉक्टरों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की मांग की थी।
फेडरेशन ने एक बयान में कहा कि फोरडा के प्रतिनिधियों की दिल्ली पुलिस के कई अधिकारियों के साथ बैठकें हुई। दिल्ली पुलिस ने कहा कि वे डॉक्टरों का बेहद सम्मान करते हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि रेजीडेंट डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस में दर्ज शिकायतों पर कानूनी प्रक्रियाओं के अनुसार गौर किया जाएगा।
आरडीए के प्रतिनिधियों के साथ फोरडा सदस्यों की एक वर्चुअल बैठक देर शाम बुलायी गयी, जिसमें सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। सर्वसम्मति से मरीजों की देखभाल समेत कई तथ्यों पर गौर करते हुए 31 दिसंबर को दोपहर 12 बजे आंदोलन रद्द करने का निर्णय लिया गया। यह भी फैसला लिया गया कि फोरडा सभी आरडीए प्रतिनिधियों के साथ एक राष्ट्रीय बैठक 6जनवरी को करेगा।