Retail inflation hits 3 month low in January : खाद्य वस्तुओं के दाम कम होने से खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में नरम होकर 5.1 प्रतिशत पर आ गई है। यह इसका 3 महीने का निचला स्तर है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर, 2023 में 5.69 प्रतिशत और जनवरी, 2023 में 6.52 प्रतिशत थी। मुद्रास्फीति बीते वर्ष अगस्त में 6.83 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। वहीं देश के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दिसंबर, 2023 में सालाना आधार पर घटकर 3.8 प्रतिशत रही है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की वृद्धि दर इस साल जनवरी में 8.3 प्रतिशत रही जो इससे पिछले महीने के 9.53 प्रतिशत से कम है। भारतीय रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है।
दिसंबर में सुस्त रहा औद्योगिक उत्पादन : देश के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दिसंबर, 2023 में सालाना आधार पर घटकर 3.8 प्रतिशत रही है। एक साल पहले समान महीने में औद्योगिक उत्पादन 5.1 प्रतिशत बढ़ा था। सरकार की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर के महीने में औद्योगिक उत्पादन 3.8 प्रतिशत की दर से बढ़ा है।
यह आंकड़ा औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर जारी किया गया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आधिकारिक बयान से पता चलता है कि दिसंबर, 2023 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 3.9 प्रतिशत बढ़ा जो एक साल पहले की समान अवधि में 3.6 प्रतिशत था।
दिसंबर, 2023 में खनन उत्पादन 5.1 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 1.2 प्रतिशत की दर से बढ़ा। इस तरह चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर) में आईआईपी की कुल वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही है जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 5.5 प्रतिशत रहा था। (इनपुट भाषा)
Edited By : Chetan Gour