नई दिल्ली। रेलवे के करीब 3,50,000 यात्री कोचों और मालगाड़ी के डिब्बों पर आरएफआईडी टैग लगाए जाएंगे ताकि इन पर निगाह रखी जा सके। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि परियोजना पर करीब 112 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
रेलवे बोर्ड के रॉलिंग स्टॉक के सदस्य राजेश अग्रवाल ने कहा कि अभी तक करीब 22 हजार मालगाड़ी के डिब्बों और यात्री ट्रेनों के 1,200 कोचों पर रेडियो आवृत्ति पहचान (आरएफआईडी) टैग लगाए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि तकरीबन 3,500 स्थिर आरएफआईडी रीडर लगाए जाने की संभावना है, जो जीएस-1 बारकोड के एलएलआरपी मानक का इस्तेमाल करते हुए एक केंद्रीय नियंत्रण केंद्र को आंकड़े भेजेंगे।
अग्रवाल ने कहा कि भारतीय रेलवे की सूचना प्रौद्योगिकी इकाई क्रिस द्वारा संचालित उक्त परियोजना में ट्रेन की रफ्तार 182 किलोमीटर होने पर भी डेटा पढ़ा जा सकता है। यह तकनीक रेलवे को प्रत्येक यात्री डिब्बे और मालगाड़ियों के डिब्बों पर नजर रखने में मदद प्रदान करेगी।