उत्तराखंड। भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले तवाघाट लिपुलेख मोटर मार्ग पर शांति वन के पास पहाड़ी खिसकने से बंद हो गया है, जिसके चलते लिपुलेख सड़क से धारचूला आ रहे कुछ सेना के वाहन और जवान शांति वन में फंस गए हैं, वहीं सड़क मार्ग से आवाजाही बंद होने के कारण व्यास घाटी का आसपास के क्षेत्रों से संपर्क कट गया है और यहां के रहने वाले 5000 लोगों को सड़क मार्ग ठप होने के चलते मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
कुछ दिन पहले भी इसी क्षेत्र में पहाड़ी का मलबा गिरा था, जिसमें जेसीबी ऑपरेटर सहित तीन लोगों की दबने से मौत हो गई थी। सामरिक पर्यावरण दृष्टि (टैक्टिकल) से भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले लिपुलेख सड़क के पास बीते कल पहाड़ी दरकने से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि व्यास घाटी के बूंदी, गर्ब्यांग, नपल्चू, गुंजी, नाभि, रांगकांग व कुटी गांवों को जोड़ने वाली लिपुलेख सड़क बंद हो गई है।
सड़क बंद होने से व्यास घाटी का आसपास की दुनिया से संपर्क पूरी तरह खत्म गया है। यहां माइग्रेशन पर आए पांच हजार से अधिक लोगों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है। बीआरओ द्वारा सड़क मार्ग पर आए मलबे को हटाने का प्रयत्न किया जा रहा है, स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक जल्दी ही सड़क पहले की तरह सुचारू रूप से चालू हो जाएगी।