नई दिल्ली। एथिकल हैकर्स ने टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के चेयरमैन आरएस शर्मा के बैंक खाते की डिटेल्स अपने पास होने का दावा किया था। हैकर्स ने यह बात ट्विटर पर पोस्ट की थी। इसके बाद आधार की डेटा की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे थे।
हैकर्स ने शर्मा के अकाउंट में 1 रुपए भेजने से जुड़े स्क्रीनशॉट्स भी पोस्ट किए हैं। हैकर्स ने भीम और Paytm जैसे ऐप्स का प्रयोग करते हुए आधार इनेबल्स पेमेंट सर्विस के जरिए और IMPS के माध्यम से ट्राई चीफ के अकाउंट में पैसे भेजे हैं। 'टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी खबर के मुताबिक हैकर्स ने ट्रांजेक्शन आईडी भी पोस्ट की है।
चेयरमैन ने दी थी चुनौती : ट्राई के चेयरमैन ने अपना आधार नंबर पोस्ट किया था और आधार की आलोचना करने वालों को चुनौती थी कि अब वे उन्हें नुकसान पहुंचाकर दिखाएं। इलिएट एल्डरसन, पुष्पेंद्र सिंह, कनिष्क सजनानी, अनिवार अरविंद और करन सैनी जैसे एथिकल हैकर्स का कहना है कि अभी तक शर्मा के करीब 14 आइटम्स लीक किए गए हैं।
यूआईडीएआई ने कहा- सैफ है डेटा : भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने ट्राई के अध्यक्ष रामसेवक शर्मा की व्यक्तिगत जानकारी आधार संख्या से हैक करने के दावों को खारिज करते हुए कहा कि आधार डाटा पूरी तरह सुरक्षित है।
प्राधिकरण ने एक वक्तव्य जारी कर कहा है कि टि्वटर पर कुछ तत्वों और मीडिया के एक वर्ग ने शर्मा की आधार संख्या के जरिए उनकी व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने का दावा किया है, जो गलत है। कुछ भटके हुए तत्व लोगों में आधार संख्या को लेकर दुष्प्रचार फैलाना चाहते हैं और प्राधिकरण इन कोशिशों की कड़ी निंदा करता है। प्राधिकरण का कहना है कि यूआईडीएआई ने बडी मेहनत से डिजिटल विश्वसनीयता हासिल की है। प्राधिकरण ने समय-समय पर अपनी विश्वसनीयता का प्रमाण दिया है।
प्राधिकरण ने कहा है कि शर्मा लोकसेवक हैं और उनके बारे में गूगल जैसी वेबसाइट से आसानी से जानकारी हासिल की जा सकती है। वह जोर देकर कहता है कि शर्मा के बारे में टि्वटर पर जो भी जानकारी दी गई है, वह आधार डाटाबेस या प्राधिकरण के सर्वर से लीक नहीं की गई।