नई दिल्ली। घाटे में चल रही सरकारी दूरसंचार कंपनियों बीएसएनएल और एमटीएनएल के 1.98 लाख कर्मचारियों को जुलाई महीने का वेतन अभी तक नहीं मिला है। एक कर्मचारी यूनियन नेता ने गुरुवार को यह बात कही।
बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी. के. पुरवार ने कहा कि कर्मचारियों को 5 अगस्त तक वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा। वहीं, कर्मचारी नेता ने कहा कि प्रबंधन ने वेतन वितरण को लेकर कोई जानकारी साझा नहीं की है।
ऑल इंडिया यूनियंस एंड एसोसिएशंस ऑफ भारत संचार निगम लिमिटेड (एयूएबी) के संयोजक पी. अभिमन्यु ने बताया कि जुलाई महीने का वेतन नहीं आया है। इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वेतन कब आएगा।
वेतन को लेकर संपर्क करने पर बीएसएनएल के सीएमडी ने कहा कि कर्मचारियों को पांच अगस्त तक वेतन मिल जाएगा। आंतरिक स्त्रोतों के जरिए पूंजी की व्यवस्था की जा रही है।
बीएसएनएल के देशभर में 1.76 लाख कर्मचारी हैं जबकि एमटीएनएल के कर्मचारियों की संख्या करीब 22,000 है।
आमतौर पर हर महीने की आखिरी तारीख को कर्मचारियों के खाते में वेतन आ जाता है। इस साल यह दूसरी बार है जब दोनों कंपनियों ने कर्मचारियों का वेतन देने में चूक की है। इससे पहले फरवरी महीने का वेतन देने में भी देरी हुई थी।
बीएसएनएल को हर महीने वेतन के रूप में 750 से 850 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं जबकि एमटीएनएल को करीब 160 करोड़ रुपये की जरूरत होती है।
एमटीएनएल के मानव संसाधन एवं एंटरप्राइज कारोबार के निदेशक सुनील कुमार ने कहा कि कंपनी कुछ बकाए की वसूली की प्रक्रिया में जुटी है। इसके बाद प्राथमिकता के आधार पर वेतन का भुगतान किया जाएगा। कुमार एमटीएनएल के सीएमडी का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं।