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कौन हैं सना इरशाद मट्टू जिन्‍हें नहीं जाने दिया गया पुलित्‍जर अवॉर्ड लेने, एयरपोर्ट पर ही रोका?

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, गुरुवार, 20 अक्टूबर 2022 (14:31 IST)
फोटो : इंस्‍टाग्राम अकाउंट
पुलित्जर विजेता कश्मीरी फोटो जर्नलिस्ट सना इरशाद मट्टू को इंटरनेशनल यात्रा करने से रोक दिया गया। ऐसा उनके साथ दूसरी बार हुआ है। वे पुलिल्‍जर अवार्ड लेने के लिए न्यूयॉर्क जा रही थी। लेकिन उन्‍हें दिल्ली एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया। इसके पलहे जुलाई 2022 में भी उन्हें रोका गया था। बता दें कि सना एक कश्‍मीरी फोटो पत्रकार हैं और दक्षिण एशिया की उन 10 फोटोग्राफरों में शामिल हैं, जिन्हें 2020 में सेरेन्डिपिटी आर्ल्स ग्रांट मिला था।

सना इरशाद ने कहा ट्वीट कर के इस बात की जानकारी दी। उन्‍होंने कहा, ‘मैं न्यूयॉर्क में पुलित्जर अवॉर्ड लेने जा रही थी, लेकिन मुझे दिल्ली हवाई अड्डे पर अधिकारियों ने रोक दिया।‘ उन्‍होंने कहा,

‘मेरे पास यूएस का लीगल वीजा और टिकट थी इसके बावजूद मुझे इंटरनेशनल ट्रैवल करने से रोक दिया गया है इतना ही नही, उन्‍होंने अपनी इंटरनेशन यात्रा पर रोक लगाए जाने को लेकर एक दूसरा ट्वीट भी किया।

उन्‍होंने कहा, ‘यह दूसरी बार है जब मुझे बिना कारण या कारण के रोका गया है। कुछ महीने पहले जो हुआ उसके बाद कई अधिकारियों से संपर्क करने के बावजूद मुझे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। पुरस्कार समारोह में शामिल होना मेरे लिए बड़ा अवसर था’ उन्होंने दावा किया कि पिछले चार महीनों में यह दूसरी बार है, जब उन्हें विदेश यात्रा पर जाने से रोका गया है’

हालांकि एयरपोर्ट प्रशासन या सरकार की तरह से सना की यात्रा पर रोक लगाने संबंधी अब तक कोई जवाब नहीं दिया गया है।

कौन हैं सना इरशाद मट्टू?
सना इरशाद मट्टू को हाल ही में पुलित्‍जर अवार्ड मिला है, वे रॉयटर्स न्‍यूज एजेंसी के लिए काम करती हैं। वे फीचर फोटोग्राफी श्रेणी में 2022 के पुलित्जर पुरस्कार विजेताओं में से एक हैं। उन्‍होंने मई 2022 में रॉयटर्स फोटोग्राफर अदनान आबिदी, अमित दवे और हमले में मारे गए दानिश सिद्दीकी के साथ भारत में कोरोनावायरस की कवरेज की थी, जिसके लिए उन्‍हें फीचर फोटोग्राफी में पुलित्जर पुरस्कार जीता।

दूसरी बार रोका सना को
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब सना को भारत से बाहर जाने से रोका गया है। उन्‍हें जुलाई 2022 में भी देश छोड़ने से रोका गया था। उन्होंने बताया था कि मुझे दिल्ली से पेरिस के लिए उड़ान भरने से रोक दिया गया था, बावजूद इसके कि उनके पास वैध फ्रांसीसी वीजा था। उस वक्‍त वे सेरेन्डिपिटी आर्ल्स ग्रांट 2020 के 10 विजेताओं में से एक के रूप में एक पुस्तक लॉन्च और एक फोटोग्राफी प्रदर्शनी के लिए पेरिस जा रही थीं।
Written & Edited: By Navin Rangiyal

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