नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक से पहले देश के 3 बड़े बैंकों एसबीआई, पीएनबी और आईसीआईसीआई बैंक ने शुक्रवार को बेंचमार्क ऋण दर यानी कोष की सीमांत लागत (एमसीएलआर) आधारित दर में 0.1 प्रतिशत की वृद्धि की है। इससे उपभोक्ताओं के लिए कर्ज महंगा होगा। नई दरें शुक्रवार से प्रभावी हुईं।
एसबीआई ने सभी 3 वर्ष तक की विभिन्न परिपक्वता अवधि की बेंचमार्क ऋण दर में 0.10 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक एसबीआई ने 1 दिन और 1 महीने की अवधि की कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) को 7.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.9 प्रतिशत कर दिया है, वहीं 3 साल की परिपक्वता अवधि वाले ऋण के लिए ब्याज दर को 8.35 प्रतिशत से बढ़कर 8.45 प्रतिशत किया है।
वहीं पीएनबी ने 3 और 5 वर्ष अवधि के लिए एमसीएलआर को बढ़ाकर क्रमश: 8.55 प्रतिशत और 8.7 प्रतिशत किया है। पीएनबी ने आधार दर को भी 9.15 प्रतिशत से बढ़ाकर 9.25 प्रतिशत किया, वहीं आईसीआईसीआई बैंक ने कहा कि उसने 5 वर्ष अवधि की एमसीएलआर दर को 0.10 प्रतिशत बढ़ाकर 8.70 प्रतिशत किया, साथ ही 1 वर्ष और 3 वर्ष की अवधि के ऋण के लिए भी एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
सूत्रों ने कहा कि अन्य बैंक भी जल्द ही इसी राह पर चलेंगे। अधिकांश आवास और वाहन ऋण एमसीएलआर से जुड़े हैं। (भाषा)