नई दिल्ली। ईस्टर्न पेरिफेरल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यस्त दौरे के कारण नहीं हो पा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई पर एनएचएआई (नैशनल हाई अथॉरिटी ऑफ इंडिया) को आदेश दिया है कि प्रधानमंत्री से उद्घाटन के लिए इंतजार करने की जरूरत नहीं है और इस साल जून तक इसे खोल देना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने इससे संबंधित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा, 'अगर प्रधानमंत्री के पास उद्घाटन के लिए समय नहीं है और 31 मई तक उद्घाटन नहीं होता तो जून में इसे आप पब्लिक के लिए खोल दें।' बता दें इस वक्त कर्नाटक में चुनावों के कारण पीएम की व्यस्तता काफी अधिक है।
स्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे इसलिए बनाया जा रहा है ताकि यूपी से हरियाणा होते हुए आने जाने वाले ट्रकों को दिल्ली में प्रवेश ही न करना पड़े। अभी ये सभी ट्रक दिल्ली होकर आते-जाते हैं, जिससे दिल्ली पर ट्रैफिक का बोझ बढ़ता है। बता दें कि ईस्टर्न पेरिफेरल की वजह से पलवल से कुंडली के बीच सफर का सफर आधे से भी कम वक्त में पूरा हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस्टर्न पेरिफेरल को तैयार करने में एनएचएआई ने काफी मेहनत की है और इसे सजाने पर भी काफी काम किया गया है। एनएचएआई ने इस रोड पर के इंटरचेंज पॉइंट्स और पुलों पर 28 रंगीन फाउंटेन लगाए हैं, साथ ही ऐतिहासिक महत्व की इमारतों के रेप्लिका लगाए गए हैं।
एक्सप्रेसवे के किनारे फेंसिंग लगाई है ताकि कोई जानवर इस पर न चढ़ पाए। साथ ही, इस रोड पर स्ट्रीट लाइटें लगाने का काम चल रहा है। ईस्टर्न पेरिफेलर को खोल दिया जाए तो दिल्ली के ट्रैफिक का बोझ काफी कम हो सकता है।
शीर्ष अदालत ने 2005 में केन्द्र से कहा था कि दिल्ली के चारों ओर जुलाई 2016 तक एक नए एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाए ताकि राष्ट्रीय राजधानी में वाहनों की भीड़ कम की जा सके।