भरूच। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव तथा राज्यसभा सांसद अहमद पटेल से पूर्व में जुड़े गुजरात के एक अस्पताल में काम करने वाले आईएसआईएस के समर्थक एक आतंकी को पकड़े जाने के बाद मचे राजनीतिक घमासान के बीच इस मुख्य विपक्षी दल को झटका दे चुके पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने इस मामले में अप्रत्याशित रूप से पटेल का बचाव किया है।
वाघेला, जिन्होंने इस साल जुलाई-अगस्त में अपने दर्जन भर समर्थक विधायकों के साथ साथ कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था और जिनमें से उन्हें तथा उनके पुत्र महेन्द्र वाघेला को छोड़ अन्य सभी भाजपा में शामिल हो गए थे, ने आज पटेल के इस गृह जिले में कहा कि पटेल की देशभक्ति पर संदेह नहीं किया जाना चाहिए। उनका नाम आतंकवादियों के साथ जोड़ा जाना सही नहीं है।
ज्ञातव्य है कि गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते ने गत 25 अक्टूबर को दो आईएसआईएस समर्थक आतंकियों को पकड़ा था। इनमें से एक कासिम स्टींबरवाला अंकलेश्वर के सरदार पटेल अस्पताल में लैब तकनीशियन था और गिरफ्तारी से दो दिन पहले ही उसने इस्तीफा दिया था। दोनों आतंकियों की अहमदाबाद में एक यहूदी उपासनागृह पर हमले की योजना थी। पटेल इस अस्पताल के पूर्व में ट्रस्टी रहे थे। सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस मामले पटेल की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए थे।
पटेल के बचाव के बावजूद वाघेला ने कांग्रेस पर हमला जारी रखा। उन्होंने कहा कि अगर पांच साल तक इसके नेताओं ने जनता के बीच काम किया होता तो आज चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी को गुजरात के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। (वार्ता)