चुनाव आयोग ने गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरदचंद्र पवार (राकांपा-शरदचंद्र पवार) को 'तुरहा बजाता हुआ व्यक्ति' पार्टी चिह्न के रूप में आवंटित किया। पार्टी के प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने यह जानकारी दी।
क्रास्टो ने कहा कि हमारे उम्मीदवार आगामी लोकसभा चुनाव में इसी चुनाव चिह्न के साथ लड़ेंगे।'
निर्वाचन आयोग ने अपने आदेश में कहा, 'तुरहा बजाता हुआ व्यक्ति' राकांपा-शरदचंद्र पवार पार्टी का नया चिह्न है।'
शरद पवार गुट ने ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता कुसुमाग्रज की लिखी एक लोकप्रिय कविता 'तुतारी' की पंक्तियों का हवाला देते हुए एक पोस्ट किया।
पार्टी ने 'एक्स' पर कहा, 'छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरगाथा में तुतारी ने एक बार दिल्ली के सम्राट को बहरा कर दिया था। आगामी चुनावों के लिए तुतारी (तुरहा बजाता हुआ व्यक्ति) को पार्टी चिह्न के रूप में प्राप्त करना हमारे लिए बड़े सम्मान की बात है। हमारा तुतारी शरदचंद्र पवार के नेतृत्व में दिल्ली के सिंहासन को हिलाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।'
पिछले वर्ष जुलाई में अजित पवार और आठ अन्य विधायकों के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद शरद पवार नीत राकांपा विभाजित हो गई थी। बाद में निर्वाचन आयोग ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम और 'घड़ी' चिह्न आवंटित कर दिया था।
पिछले साल विभाजित हुई थी पार्टी : शरद पवार द्वारा स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पिछले साल दो खेमों में बंट गई थी। जुलाई, 2023 में शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने आठ अन्य विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे नीत सरकार में शामिल हो गए थे। वहीं, लंबे समय से जारी बयान बाजी और उठापठक के बीच चुनाव आयोग ने डिप्टी सीएम अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम और 'घड़ी' चिह्न दे दिया था। वेबदुनिया न्यूज