नई दिल्ली। शिवसेना के सांसद रविन्द्र गायकवाड़ को एयरलाइंस अधिकारी के साथ कथित दुर्व्यवहार को लेकर सभी एयरलाइंस द्वारा उन पर प्रतिबंध लगाए जाने के मामले में नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक सांसद ऐसे मामले में घिरेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि एयरलाइंस की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
गजपति राजू ने साथ ही कहा कि डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) के नियम एयरलाइंस की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हैं और किसी भी प्रकार की हिंसा एयरलाइंस के लिए भीषण आपदा हो सकती है।
उन्होंने साथ ही कहा कि डीजीसीए को यह अधिकार प्राप्त है कि वह किसी भी यात्री का व्यवहार नियमानुरूप नहीं होने पर उसे विमान यात्रा करने से रोक सकती है। गजपति राजू ने कहा कि एक सांसद भी एक यात्री है और किसी भी यात्री से अलग श्रेणी के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।
उन्होंने कहा कि एयरलाइंस ने जो कदम उठाया वह सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया और एयरलाइंस की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। मंत्री के जवाब से संतुष्ट होकर इस मुद्दे को उठाने वाले शिवसेना सांसद आनंद राव अड़सूल पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ आसन के समक्ष आ गए।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने की अपील की और साथ ही कड़े शब्दों में कहा कि आप लोग गलत बात का समर्थन कर रहे हैं। अड़सूल इस मुद्दे को उठाना चाहते थे इसलिए उन्हें अनुमति दी गई और मंत्री उसका जवाब दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस सदन में कोई भी एक जनप्रतिनिधि के ऐसे व्यवहार का समर्थन नहीं करेगा। इस बात को सभी समझते हैं। उन्होंने कहा कि सदस्यों के आसन के समक्ष आने से देश में कोई अच्छा संदेश नहीं जाएगा।
अध्यक्ष के इतना कहने पर भी जब सदस्य आसन के समक्ष डटे रहे तो अध्यक्ष ने कहा कि वे उन्हें इस मुद्दे पर ज्यादा बोलने को मजबूर न करें। उन्होंने साथ ही कहा कि सदस्य चाहें तो मंत्री के साथ बैठकर मामले को सुलझा सकते हैं। कुछ देर बाद शिवसेना के सदस्य अपने स्थान पर चले गए और आनंद राव अड़सूल विमानन मंत्री से कुछ बात करते देखे गए।
कुछ क्षण बाद शिवसेना के सभी सदस्य सदन से उठकर चले गए। हालांकि उन्होंने सदन से वाकआउट जैसी कोई घोषणा नहीं की। इससे पूर्व, शून्यकाल में आनंद राव अड़सूल ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि गायकवाड़ के साथ बिजनेस क्लास में कोई विवाद हुआ और एयरलाइंस के अधिकारी ने उनके साथ बदतमीजी की।
उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि अधिकारी को मारना गलती थी। इसमें एफआईआर भी दर्ज हुई है। उस पर हमें कोई आपत्ति नहीं है। आपत्ति इस बात पर है कि सभी एयरलाइंस ने उनके विमान से यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अड़सूल ने कहा कि यह प्रतिबंध संविधान के तहत हर नागरिक को प्रदत्त देश में कहीं भी आने जाने के अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि सदन में मौजूद सभी सांसद इस बात से सहमत होंगे कि पाबंदी लगाना सही नहीं है।
उनका कहना था कि संसद का सत्र चालू है और सांसद महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने के लिए सदन में नहीं आ पा रहे हैं। उनके यह उम्मीद जताने पर कि सभी सदस्य उनकी बात का समर्थन करेंगे, भाजपा के कई सदस्यों ने मेजें थपथपा कर उनका समर्थन किया लेकिन कांग्रेस के कुछ सदस्यों से उनकी कहासुनी हो गई जिन्होंने उनकी बात का विरोध किया। अड़सूल ने सरकार से गंभीरता के साथ इस मामले को देखने को कहा।
शिवसेना सदस्य ने यह भी कहा कि एक कॉमेडियन कपिल शर्मा दिल्ली से ऑस्ट्रेलिया की उड़ान में सवार थे और उन्होंने दारू पीकर हंगामा किया लेकिन इस मामले में केवल जांच की जा रही है और कोई पाबंदी नहीं लगाई गई। (भाषा)