मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी बयान पर बवाल मचा हुआ है। मंगलवार को शिवसेना कार्यकर्ताओं ने नारायण राणे के मुंबई स्थित घर पर हमला कर दिया। इस दौरान शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। पुलिस को भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
इससे पहले मोदी सरकार में मंत्री नारायण राणे के बयान से नाराज शिवसेना कार्यकर्ताओं ने नासिक में भी भाजपा के दफ्तर पर हमला बोल दिया था।
इस बीच शिवसेना विधायक विनायक राउत ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर राणे को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की अपील की है। उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। कहा जा रहा है पुलिस केंद्रीय मंत्री को कभी भी गिरफ्तार कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कहा कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछताछ करते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में आ गये और फिर, 2019 में वह भाजपा में शामिल हो गए। राणे ने दावा किया कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गए थे कि आजादी को कितने साल पूरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं।
राणे के इस बयान की शिवसेना ने कड़ी निंदा की है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुंबई और कई अन्य स्थानों पर पोस्टर लगाए हैं, जिसमें राणे को कोम्बडी चोर (चिकन चोर) बताया गया है। गौरतलब है कि करीब पांच दशक पहले चेंबूर में राणे पॉल्ट्री की दूकान चलाते थे।