नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार की तीखी आलोचना करने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने आज राजधानी में 'राष्ट्र मंच' नामक फोरम की शुरुआत की है। विदित हो कि यह मंच उन राजनेताओं और अन्य लोगों के लिए होगा जो देश की मौजूदा स्थिति को लेकर 'चिंतित' हैं।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद व पूर्व रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी भी इसमें मौजूद रहे। इस बात की भी संभावना जतायी जाती रही है कि सत्ताधारी गंठबंधन के कुछ असंतुष्ट सांसद भी इसमें शामिल हो सकते हैं। यशवंत सिन्हा ने कहा है कि वे इस मंच में अपनी व्यक्तिगत क्षमता से उपस्थित हुए और मौजूदा स्थिति को लेकर अपनी चिंताओं को रखा। सिन्हा के अनुसार, 'यह मंच सभी नेताओं के लिए है जो देश की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित हैं।'
यशवंत सिन्हा ने 'राष्ट्र मंच' के संबंध में सोमवार को दो ट्वीट भी किए। उन्होंने ट्वीट किया कि कुछ भी करो, कर्तव्य पथ से भागूंगा नहीं। सिन्हा ने युवाओं से इस आंदोलन से जुड़ने की अपील की। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'महात्मा ने कहा था लोकतंत्र एक ऐसा राज्य नहीं है जहां लोग भेड़ों की तरह व्यवहार करें।'
उन्होंने राष्ट्रमंच के जिस कार्ड को अपने ट्वीट में टैग किया है, उसमें लिखा है कि देश सामाजिक, आर्थिक और संवैधानिक संकट से गुजर रहा है। सिन्हा के इस कार्ड में कार्यक्रम के समय का भी उल्लेख है। यह आयोजन मंगलवार को दिन में एक बजे दिल्ली के कांस्टीटयूशन क्लब के स्पीकर हाल में किया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में वित्त व विदेश जैसे अहम मंत्रालय संभाल चुके यशवंत सिन्हा अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार की विभिन्न मुद्दों पर आलोचना करते रहते हैं।
बीते साल उन्होंने जीडीपी ग्रोथ 6.7 प्रतिशत पर आ जाने पर वित्तमंत्री अरुण जेटली की तीखी आलोचना की थी और कहा था कि जेटली ने भारतीय अर्थव्यवस्था का कबाड़ा कर दिया है। सिन्हा के बयान में आर्थिक नीति और न्यायपालिका का हालिया संकट भी शामिल है। मंच के इस कार्यक्रम में भाजपा के असंतुष्ट नेता शत्रुध्न सिन्हा भी शामिल हुए हैं।