देश में विकास की गति को तेज करते हुए 100 स्मार्ट शहर बनाए जा रहे हैं। स्मार्ट शहरों में सरकार ने मकानों के सामने स्मार्ट नेम प्लेट लगाने का फैसला किया है। अत्याधुनिक नेम प्लेट लगने से इन शहरों में रहने वाले करोड़ों लोगों को बड़ा फायदा होगा। इस नेम प्लेट पर मकान मालिक के नाम और पते के साथ ही एक QR कोड भी होगा। इस कोड में घर के सदस्यों और टैक्स से जुड़ी सभी जानकारियां दर्ज होंगी।
स्मार्ट सिटी कंपनी के मोबाइल एप से जैसे ही आप QR कोड को स्कैन करेंगे, घर से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी उपलब्ध हो जाएंगी। दमन और दीव के बाद मध्यप्रदेश के उज्जैन में भी सवा लाख मकानों के सामने स्मार्ट नेम प्लेट लगाने का काम शुरू हो रहा है।
क्या होगा फायदा : कचरा लेने आने वाले वाहन के चालक को क्यूआर कोड स्कैन करना होगा। इस तरह किसी घर से कचरा लिया या नहीं, इसका डेटा ऑनलाइन रिकॉर्ड हो जाएगा। इतना ही नहीं एप पर क्यूआर कोड को स्कैन करते ही आपको पानी, बिजली के बिल के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। स्मार्ट नेम प्लेट के कोड से संपत्ति कर का पता भी चल जाएगा। एप से बिल और टैक्स का ई-पेमेंट हो सकेगा।
क्या है इसकी लागत : दमन-दीव के बाद मध्यप्रदेश के उज्जैन में लगभग सवा लाख घरों में यह नेम प्लेट लगाई जा रही है। एक्रेलिक शीट की आधा इंच मोटी इस नेम प्लेट की लागत 500 रुपए है। पहली बार इसे नि:शुल्क लगाया जाएगा।