नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ को पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में देखा जा रहा है। एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और इससे सटे राजस्थान पर बना हुआ है। दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 4.5 किमी तक फैला हुआ है। जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हिमपात हुआ है तथा अनेक राज्यों में वर्षा का दौर जारी है।
दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से लेकर केरल और दक्षिण तमिलनाडु होते हुए एकदम दबाव की रेखा कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है। ताजा पश्चिमी विक्षोभ 18 नवंबर से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान केरल और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तट, तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
उत्तराखंड के गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात हुआ। पंजाब के कुछ हिस्सों, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों की संभावित गतिविधि : अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों और दक्षिण आंध्रप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अगले 2 से 3 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत के कुछ हिस्सों में दिन और रात के तापमान में 2-4 डिग्री की गिरावट आ सकती है।