बिहार में आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा में धांधली के आरोपों के बाद हुए बवाल में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मशहूर यूट्यूबर और शिक्षक खान सर समेत कई कोचिंग संचालकों के खिलाफ पटना में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कोचिंग संचालकों पर छात्रों को भड़काने का आरोप लगाया है।
बता दें कि खान सर एक शिक्षक होने के साथ मशहूर यूट्यूबर भी हैं। क्या आप जानते हैं क्या होते हैं यूट्यूबर इंफ्लुएंसर और कैसे होती है इनकी कमाई।
ये सोशल मीडिया का दौर है, इस दौर में इन नए माध्यमों की मदद से एक राय बनाना बेहद आसान काम है। इसके लिए यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि कई ऐसे प्लेटफॉर्म हैं, जिनकी मदद ली जा रही है।
क्या होते हैं सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर?
दरअसल, सोशल मीडिया या यूट्यूबर इनफ्लुएंसर का मतलब होता है ऐसे लोग जो सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बातों से लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। इनका खासा प्रभाव होता है। इनके सोशल मीडिया में या यूट्यूब पर हजारों और लाखों में फॉलोअर्स होते हैं। ये फॉलोअर्स इनकी बातों पर विश्वास करते है और मानते भी है।
ये influencer लोग जिस प्रोडक्ट, गैजेट, या सर्विस के बारे में अपने फॉलोअर्स को कुछ अच्छा बताते हैं या कोई रिव्यू करते हैं तो फॉलोअर्स उस प्रोडक्ट, गैजेट, या सर्विस को खरीद लेते हैं। इतना ही नहीं, ये सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक तौर पर भी अपने चैनल के माध्यम से राय बना सकते हैं और लोगों को प्रभावित कर सकते हैं।
इनफ्लुएंसर अपना ज्यादातर समय सोशल मीडिया पर ही बिताते हैं, एक तरह से यही उनका काम होता है, हालांकि इनका मकसद सिर्फ पैसे कमाना होता है।
कैसे बनते हैं इनफ्लुएंसर?
सोशल मीडिया ने हर आदमी को अपना हुनर दिखाने का मौका दे दिया है। अगर आपके पास वीडियो पर बेहतर तरीके से बोलने का हुनर है तो आप ये काम कर एक influencer बन सकते हैं। इसकी शुरुआत YouTube से कर सकते हैं, चाहे तो Facebook से भी शुरुआत कर सकते हैं, इनके अलावा instagram भी आजकल एक बडा माध्यम है। और भी कई वीडियो शेयरिंग प्लेटफार्म हैं। ऐसे influencer ब्लॉगिंग का भी सहारा लेते हैं।
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के लिए influencer बनना पुरुषों के मुकाबले काफी आसान होता है, क्योंकि महिलाओं के फॉलोअर्स बहुत जल्दी बढ़ते हैं। ज्यादातर महिलाएं बोलने में भी माहिर होती हैं।
कैसे होती है कमाई?
influencer कितना कमाते हैं यह कहना मुश्किल है। क्योंकि यह उस पर निर्भर करता है वो किस तरह का काम या विषय पर वीडियो बना रहे हैं। देश में कई बड़े यूट्यूबर ऐसे हैं, जिनको एक फोन का रिव्यू करने के लिए 20 से 30 लाख रुपए तक मिलते हैं। ठीक इसी तरह से सामाजिक मुद्दों, राजनीतिक विषयों और धार्मिक विषयों पर भी लोगों को प्रभावित करने पर मोटी रकम मिलती है। राजनीतिक दलों समेत सामाजिक संस्थाएं आदि भी इनका सहारा लेती हैं।
मान लीजिए एक Tech YouTuber अगर किसी प्रोडक्ट का रिव्यू करता है तो कंपनी उसे इसके लिए पे करती है। यह निर्भर करता है फॉलोअर्स के ऊपर कि आपके फॉलोअर्स कितने हैं। अगर यूट्यूब पर किसी के 1 लाख सब्सक्राइबर्स हो जाते हैं तो 1 महीने में 1 लाख रुपए आराम से मिल जाते हैं।
कुल मिलाकर कितने लोग फॉलो करते हैं उस पर कमाई निर्भर होती है। माना जाता है कि कमाई के मामले में 10 लाख से ज्यादा फॉलोअर वाले इसमें टॉप पर रहते थे। इनके बाद एक लाख से 10 लाख, 20 हजार से 10 लाख, पांच हजार से 20 हजार और एक हजार से पांच हजार, कुछ इस तरह से प्राइस बैंड तय करने के लिए सेगमेंट बांटे जाते थे।
बहुत से ब्रांड अपने प्रोडक्ट को सोशल मीडिया की मदद से प्रमोट करते है और जो इन्हें प्रमोट करते हैं उनको इन्फ्लुएंसर कहा जाता है, कई कंपनियां अपने प्रोडक्ट इन्फ्लुएंसर के जरिये ही अपने टारगेट कस्टमर तक पहुंचाती है।
क्या कहती है कमाई की ये रिपोर्ट
डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी वेबएफएक्स के आंकड़े बताते हैं कि एक YouTube Influencer कितनी कमाई कर सकता है।
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एक मिलियन सब्सक्राइबर वाले क्रिएटर के लिए $20,000 प्रति वीडियो
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100,000 सब्सक्राइबर वाले क्रिएटर के लिए $2,000 प्रति वीडियो
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10,000 सदस्यों वाले क्रिएटर के लिए $200 प्रति वीडियो
क्या है CPA मॉडल?
विज्ञापन के मामले में ये होता है कि अब तक इंफ्लुएंसर्स के हिसाब से चीजे चलती थीं। ब्रांड से डील होने के बाद वे तय हो चुके पैसे लेते ही थे, चाहे उनकी तरफ से किया गया विज्ञान अच्छे नतीजे दे या ना दे। इसमें होने वाले नुकसान से बचने के लिए एडवरटाइजर अब एक नए मॉडल CPA (कॉस्ट-पर-एक्शन) के आधार पर डील कर रहे हैं। इसमें इंफ्लुएंसर की पॉपुलैरिटी के आधार पर पैसे तय नहीं होते। विज्ञापन से मिल रहे रिजल्ट के हिसाब से पैसे दिए जाते हैं।
इसमें एडवरटाइजर कुछ लक्ष्य तय करते हैं, जिन्हें इंफ्लुएंसर को पूरा करना होता है। पोस्ट पर कितने लाइक मिले, कितने लोगों ने कमेंट किया, कितने लोग उस पोस्ट की वजह से उन तक पहुंचे, ये सब देखा जाता है। लिंक्स के जरिए ट्रैक किया जाता है कि कितने ग्राहक उन तक पहुंच रहे हैं। देखा जाता है कि इंफ्लुएंसर अपने कितने फॉलोअर्स को ब्रांड के ग्राहक बना पा रहा है। उसी हिसाब से पेमेंट होता है।
कितने तरह के होते हैं इन्फ्लुएंसर?
Mega Influencer
ये वो इन्फ्लुएंसर होते है जैसे एक्टर, आर्टिस्ट, जौर्नालिस्ट, स्पोर्ट पर्सन जो भी लोग सेलिब्रिटीज (Celebrities) होते है वो मेगा इन्फ्लुएंसर होते है उनके सोशल मीडिया पर करोड़ो में फॉलोवर होते है ये अपने आप में किसी ब्रांड से कम नहीं होते है।
Macro Influencer
ऐसे इन्फ्लुएंसर जैसे Youtuber or Blogger जिनकी फॉलोवर लिस्ट करोड़ तक होती है जो हमे लाइफस्टाइल, डिज़ाइन के बारे ने इन्फ्लुएन्स करते है।
Micro Influencer
जिनके सोशल मीडिया पर हज़ारो और लाखो में फॉलोवर होते है उनको माइक्रो इन्फ्लुएंसर होते है ये छोटे छोटे ब्रांड के प्रोडक्ट्स को लोगो के बीच लेकर आते है और लोगो को प्रोडक्ट के लिए इन्फ्लुएन्स करते है।