Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

राफेल दुश्मनों के खिलाफ एयरस्ट्राइक में बनेगा ‘गेमचेंजर', खौफ में चीन और पाकिस्तान !

एयर कॉमोडोर मृगेन्द्र सिंह (रि.) से वेबदुनिया की खास बातचीत

हमें फॉलो करें राफेल दुश्मनों के खिलाफ एयरस्ट्राइक में बनेगा ‘गेमचेंजर', खौफ में चीन और पाकिस्तान !
webdunia

विकास सिंह

, बुधवार, 29 जुलाई 2020 (09:15 IST)
लंबे इंतजार और कई विवादों में रहने के बाद आखिरकार राफेल विमान आज भारतीय वायुसेना में शामिल होने जा रहे है। राफेल लड़ाकू विमान की लैंडिंग आज दोपहर अंबाला के एयरपोर्स स्टेशन पर होगी जहां खुद वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया उनकी आगवानी के लिए मौजूद रहेंगे। 
 
राफेल लड़ाकू विमान का भारतीय वायुसेना में शामिल होना किन मायनों में अहम है,इसको समझने के लिए ‘वेबदुनिया’ ने विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित और लंबे समय तक वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में अपनी सेवा दे चुके एयर कॉमोडोर मृगेन्द्र सिंह (रि.) से खास बातचीत की। 
 
वेबदुनिया से बातचीत में एयर कॉमोडोर मृगेन्द्र सिंह राफेल लड़ाकू विमानों को वायुसेना में शामिल होने को एक बड़ी उपलब्धि बताते है। वह साफ कहते हैं कि राफेल विमानों को भारतीय वायुसेना में कई साल पहले शामिल हो जाना चाहिए था मगर कई कारणों से ऐसा हो नहीं सका, फिर भी देर आए दुरस्त आए। 
 
राफेल विमान की खासियत बताते हुए एयर कॉमोडोर मृगेन्द्र सिंह कहते हैं कि यह एक आधुनिक ताकतवर विमान है और इनके शामिल होने से अब वायुसेना की ताकत कई गुना और ज्यादा बढ़ जाएगी। वह बताते हैं कि राफेल 4.5 जनरेशन का अत्याधुनिक फाइटर विमान है और इसमें बहुत सारी ऐसी खासियत है जो इसे अन्य फाइटर विमानों की तुलना में बहुत आगे खड़ा करती है। राफेल के एवियॉनिक्स और राडार एडंवास टेक्नॉलाजी होने के साथ ही इसमें जो मिसाइल और अन्य हथियार है वह मौजूदा समय में विश्व की सबसे बेहतर मारक क्षमता वाले एडवांस हथियार है और इस तरह के हथियार हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन के पास उपलब्ध किसी भी फाइटर एयरक्राफ्ट में नहीं है। 
webdunia
राफेल लड़ाकू विमान की तीसरी सबसे बड़ी खासियत यह है कि राफेल को जमीन से राडार में डिटेक्ट करना बहुत ही मुश्किल है। इन खासियतों के चलते राफेल विमान के शामिल होने से भारतीय वायुसेना की ताकत इस क्षेत्र में (पाकिस्तान-चीन की तुलना में ) कई गुना बढ़ जाएगी।  
 
एयर कॉमोडोर मृगेन्द्र सिंह कहते हैं कि राफेल लड़ाकू विमान ऐसे समय वायुसेना में शामिल हो रहे है जब चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा पर तनाव बढ़ रहा है, ऐसे में राफेल विमान का वायुसेना में शामिल होना बहुत अहम है और वायुसेना को एक नई ताकत मिलेगी।
 
राफेल लड़ाकू विमान के वायुसेना के बेड़े में शामिल होने के बाद अब भारत अपने दुश्मनों को तबाह करने के लिए एयरस्ट्राइक आसानी से कर सकता है। एयर कॉमोडोर मृगेन्द्र सिंह कहते हैं कि राफेल विमान अपने टारगेट को भेदने में अचूक है। वह कहते हैं कि भारत के पास अभी जो फाइटर प्लेन जैसे मिग-29, मिराज,सुखोई-30 है इनकी तुलना में राफेल एक अलग ही जनरेशन का फाइटर प्लेन है और जो टारगेट को आसानी से भेद सकता है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

बंगाल सरकार का फैसला, रिश्तेदार कोविड 19 के संदिग्ध मरीजों के शव को देख सकेंगे