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केवल 'खवैयों' का ही नहीं , 'साफ रवैए' वालों का भी शहर है इंदौर : सुमित्रा महाजन

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नई दिल्ली , गुरुवार, 4 मई 2017 (16:29 IST)
नई दिल्ली। इंदौर को देश का सबसे साफ शहर चुने जाने का श्रेय शहर के लिए इंदौरवासियों के प्यार को देते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने गुरुवार को कहा कि इससे साबित हो गया है कि इंदौर सिर्फ 'खवैयों' का ही नहीं, बल्कि 'साफ रवैए' वालों का भी शहर है।
 
केंद्र सरकार द्वारा गुरुवार को जारी 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2017' में इंदौर को भारत का सबसे साफ शहर चुना गया जबकि भोपाल दूसरे स्थान पर रहा।
 
इंदौर से 8 बार की सांसद और स्थानीय लोगों में 'ताई' के रूप में लोकप्रिय महाजन ने भाषा को दिए इंटरव्यू में कहा कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। इसका पूरा श्रेय इंदौर के लोगों को जाता है, जो अच्छे काम के लिए हमेशा सहयोग करते हैं। मैं हमेशा से यह कहती आई हूं किउनके सहयोग से ही सफलता मिली है।
 
उन्होंने कहा कि इससे लोगों की यह धारणा भी टूटेगी कि इंदौर सिर्फ 'पोहा-जलेबी' या खानपान के लिए मशहूर है। उन्होंने कहा कि इंदौर सिर्फ खवैयों (खाने-पीने के शौकीन लोगों) का ही नहीं बल्कि साफ रवैए वालों का भी शहर है। इंदौर के लोग सिर्फ खाते नहीं, बल्कि सफाई भी रखते हैं। प्रशासन कोई अच्छी पहल करता है तो उसका सहयोग करते हैं और यही साफ रवैया है। 
 
उन्होंने कहा कि हमने इंदौर को साफ-सुथरा बनाने की शुरुआत नगर निगम से बरसों पहले की और फिर महानगर विकास केंद्र परिषद के जरिए एक प्रकार का जन आंदोलन चलाया। अलग-अलग तरीके अपनाए। मसलन यह तय किया कि दीपावली या त्योहारों से पहले मंदिरों की सफाई करेंगे और फिर उसमें प्रवेश करेंगे। एक एक चीज होती गई। घर-घर से कचरा उठवाना बड़ी चुनौती थी लेकिन उसे कबूल किया और लोगों ने साथ दिया। 
 
महाजन ने कहा कि इसमें इंदौर के लोगों का सहयोग काबिले तारीफ है। मैं सांसद निधि से सहयोग कर सकती हूं लेकिन लोगों की भागीदारी के बिना कोई आंदोलन कामयाब नहीं हो सकता। मुझे अच्छा लगता कि इंदौर की जनता पूरे दिल से अच्छे काम में सहयोग देती है। इंदौर के लिए इंदौरियों के मन में जो अपनापन है, यह उपलब्धि उसी का नतीजा है। (भाषा)

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