नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस के संक्रमितों का आंकड़ा 91 लाख को पार कर चुका है। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात में कोरोना के मामले नए रिकॉर्ड के साथ बढ़ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली और महाराष्ट्र के बाद कोविड-19 की स्थिति गुजरात में भी बदतर हुई और नियंत्रण से बाहर हो रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और गुजरात जैसे स्थानों पर कोविड-19 संबंधी हालात बदतर हो गए हैं। इसके साथ ही न्यायालय ने केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारों को दो दिन के भीतर स्थिति रिपोर्ट पेश कर यह विस्तार से बताने को कहा है कि वर्तमान के कोरोनावायरस संबंधी हालत से निपटने के लिए उन्होंने क्या कदम उठाए हैं। न्यायालय ने कहा कि कोविड-19 की स्थिति गुजरात में भी बदतर हुई और नियंत्रण से बाहर हो रही है।
न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने दिल्ली सरकार की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल संजय जैन से कहा कि दिल्ली में हालत काफी बिगड़ गए, खासकर नवंबर के महीने में। आप स्थिति रिपोर्ट पेश करें और बताएं कि इस बाबत क्या कदम उठाए गए हैं। न्यायमूर्ति आरएस रेड्डी और न्यायमूर्ति एमआर शाह भी पीठ का हिस्सा हैं। पीठ ने केंद्र और राज्यों से कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निपटने और हालात को सुधारने के लिए वे हरसंभव प्रयास करें।
शीर्ष अदालत एक मामले की सुनवाई कर रही थी जिसमें उसने कोविड-19 के मरीजों को उचित उपचार देने और अस्पतालों में शवों को सम्मानजनक तरीके से रखने के बारे में संज्ञान लिया। इसके साथ ही न्यायालय ने मामले की सुनवाई 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी।
24 घंटे में सामने आए 44 हजार से ज्यादा नए मामले : देश में कोविड-19 के एक दिन में 44,059 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 91 लाख के पार पहुंच गए। इनमें से 85,62,641 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह 8 बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 91,39,865 हो गए हैं। वहीं 511 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,33,738 हो गई। देश में लगातार 13 दिन से उपचाराधीन लोगों की संख्या पांच लाख से कम है।
आंकड़ों के अनुसार देश में अभी 4,43,486 लोगों का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 4.85 प्रतिशत है। देश में मरीजों के ठीक होने की दर 93.68 प्रतिशत है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.46 प्रतिशत है।