नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने वरिष्ठ कानूनविद फाली एस नरीमन की जगह मंगलवार को वरिष्ठ वकील अनिल दीवान को उस पैनल में नियुक्त कर दिया, जिसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के प्रशासनिक पदों के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों के नाम सुझाने हैं।
नरीमन ने अदालत को कहा था कि वह बीसीसीआई के प्रशासनिक पदों के लिए नामों की सिफारिश करने वाले पैनल में शामिल नहीं हो सकते हैं। इसके बाद सर्वाेच्च अदालत ने नरीमन की जगह वरिष्ठ वकील दीवान को उनके स्थान पर नियुक्त किया।
नरीमन ने मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंडपीठ को बताया कि वह वर्ष 2009 में बीसीसीआई के वकील रह चुके हैं और ऐसे में वह इस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं।
इस खंडपीठ में न्यायाधीश एएम खानवेलकर और डीवाई चंद्रचूड़ भी शामिल हैं। मामले की सुनवाई कर रही सर्वोच्च अदालत की खंडपीठ ने इसके बाद वरिष्ठ वकील दीवान को न्यायमित्र गोपाल सुब्रमण्यम की इस प्रक्रिया में सहयोग की अपील की।
सर्वोच्च अदालत ने सोमवार को अपने ऐतिहासिक फैसले में बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को उनके पदों से बर्खास्त कर दिया था। अदालत ने साथ ही बीसीसीआई के कामकाज को देखने के लिए दो वरिष्ठ वकीलों की निगरानी में प्रशासनिक अधिकारियों की समिति को 19 जनवरी तक नियुक्त करने की घोषणा की थी। (वार्ता)