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मोदी VS ममता : सीबीआई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई...

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, मंगलवार, 5 फ़रवरी 2019 (07:44 IST)
शारदा घोटाले में पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की भूमिका की जांच के लिए पहुंची सीबीआई की टीम और पुलिस के बीच हुए टकराव के मामले में सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा। इस बीच ममता ने धरना स्थल पर ही अपनी कैबिनेट की बैठक की और वहां पुलिस वीरता पुरस्कार भी दिए। 
 
सीबीआई ने बंगाल के चीफ सेक्रेटरी, डीजीपी और कोलकाता पुलिस कमिश्नर के खिलाफ दायर याचिका में कहा है कि अधिकारियों ने जानबूझकर शीर्ष अदालत के आदेश की अवहेलना की। उधर, रविवार रात धरने पर बैठीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मैं जान देने के लिए तैयार हूं लेकिन समझौता नहीं करूंगी। सीबीआई सबूतों के साथ तैयार है। खबरों के अनुसार तीन जजों की बैंच सुनवाई के लिए तैयार है। 
 
ममता को मिला विपक्ष का साथ : 'सीबीआई बनाम कोलकाता पुलिस’ के मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार से लोहा ले रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विभिन्न राजनीतिक दलों का जबर्दस्त समर्थन मिला है। विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ‘लोकतंत्र की हत्या’करने की कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए इस समर्थन को ‘भ्रष्टों का गठबंधन’करार दिया है। 
 
पश्चिम बंगाल में चल रहे घटनाक्रम की गूंज संसद में भी सुनाई दी, जहां कार्यवाही बार-बार बाधित हुई। विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए भाजपा नीत सरकार द्वारा सीबीआई के कथित दुरूपयोग को लेकर तृणमूल कांग्रेस तथा अन्य दलों ने केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की। 
 
इस मुद्दे पर ममता के सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने के अपने चिर परिचित अंदाज में फिर से दिखने पर आम चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियां भी लामबंद हो रही हैं। दरअसल, विपक्षी दल लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ममता ने कहा कि यह सत्याग्रह है और मैं देश को बचाने....संविधान को बचाने तक इसे जारी रखूंगी।
 
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि 22 पार्टियों ने केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है। ब्रायन ने ममता को एक ऐसे नेता के रूप में पेश करने की कोशिश की, जो सीबीआई के कथित दुरूपयोग के खिलाफ समूचे विपक्ष को एकजुट करने में सफल रही हैं। 
 
ब्रायन ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू, राजद के तेजस्वी यादव, द्रमुक की कनीमोई ने प्रदर्शन में शामिल होने की इच्छा जाहिर की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ममता को अपनी पार्टी का समर्थन दिया है। 
 
इस बीच, राजद नेता तेजस्वी यादव और द्रमुक सांसद कनीमोई सोमवार को कोलकाता में ममता के धरना स्थल पर पहुंच गए। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख के प्रति एकजुटता जाहिर की और उनका समर्थन किया है। दोनों नेताओं ने ममता से बात की और रविवार शाम से हुए घटनाक्रम की जानकारी ली। समाजवादी पार्टी के नेता किरणमय नंदा भी प्रदर्शन स्थल पर पहुंच चुके हैं। 
 
वहीं, ममता को विपक्षी दलों से मिल रहे समर्थन की भाजपा ने आलोचना करते हुए कहा कि करोड़ों रूपये के सारदा घोटाले में कोलकाता पुलिस प्रमुख से सवाल करने के सीबीआई के कदम के खिलाफ उनके (ममता के) प्रदर्शन के बाद ‘‘भ्रष्टों का गठबंधन’’ उभर रहा है। 
 
भाजपा ने किया पलटवार : भाजपा ने इस मुद्दे पर जवाबी हमला करने के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों को भी उतार दिया।  केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस में हैरानी जताते हुए कहा कि क्या ममता ने पुलिस आयुक्त का इसलिए समर्थन किया है कि उनके पास गोपनीय जानकारी है और उन्हें बचाने की जरूरत है। 
 
उन्होंने सीबीआई के कदम को संघीय ढांचे पर हमला और राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई बताए जाने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सीबीआई ने कानून के मुताबिक काम किया है और उसे बगैर वारंट के किसी को गिरफ्तार करने या पूछताछ करने की शक्ति है। 
 
गृह मंत्री ने दी चेतावनी : गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल के घटनाक्रम को अभूतपूर्व करार दिया और चेतावनी दी कि केंद्र के पास कार्रवाई करने की शक्तियां हैं। 
 
पश्चिम बंगाल के घटनाक्रम को लेकर केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में इन लोगों को हराने की जरूरत है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि देश मोदी-शाह की जोड़ी से सबसे बड़े खतरे का सामना कर रहा है क्योंकि वे लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश कर रहे हैं। 
 
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि हम केंद्र सरकार की निरंकुशता और तानाशाही के खिलाफ ममता द्वारा उठाए गए कदम की सराहना एवं समर्थन करते हैं। हम उनके साथ और इस तानाशाही के खिलाफ उनकी लड़ाई में दृढ़ता से खड़े हैं।’’ 
 
राकांपा नेता शरद पवार ने कहा कि ममता जी के साथ जो कुछ हुआ वह दिल्ली में भी हो चुका है। केजरीवाल ने भी इसी तरह की स्थिति का सामना किया था।’’ 
 
राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ सीबीआई के इस्तेमाल की यह राजनीतिक साजिश है। यदि सभी राजनीतिक दल एकजुट नहीं होंगे तो देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
 
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने पश्चिम बंगाल की घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि किस तरह से मोदी-शाह, दोनों लोग संस्थाओं को बर्बाद कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले विभिन्न राज्यों में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला करने का देश में विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा। 
 
वाम दलों ने कहा कि केंद्र सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है जबकि ममता घोटाले को आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। इस तरह दोनों ही जांच को नुकसान पहुंचा रहे हैं। 
 
ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजद ने कहा कि आम चुनाव से पहले सीबीआई का राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। 
 
प्रदर्शन स्थल पर कोलकाता पुलिस आयुक्त की मौजूदगी को लेकर उपजे विवाद पर ओ ब्रायन ने कहा कि उनकी उपस्थिति अन्य अधिकारियों के साथ एकजुटता का प्रदर्शन करने के लिए थी, क्योंकि धरना का लक्ष्य प्रशासन को मजबूत करना है। 
 
द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन ने अपनी बहन एवं राज्य सभा सदस्य कनीमोई को ममता से मिलने कोलकाता भेजा और उन्हें समर्थन दिया। 
 
कनीमोई ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों को यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना चाहिए कि सत्ता में लौटने का भाजपा सपना पूरा नहीं हो। हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा होने तक देश में कुछ भी हो सकता है।

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