पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शारदा चिटफंड और रोज वैली घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार का नाम भी सामने आया है। इसके बाद सीबीआई और कोलकाता पुलिस आमने-सामने हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी मोदी सरकार के खिलाफ 'संविधान बचाओ' धरने पर बैठ गई हैं। यह धरना कोलकाता के मेट्रो चैनल के पास चल रहा है। रविवार रात 8 बजे से ममता का धरना जारी है। इस धरने के लिए ममता को विपक्ष का साथ भी मिल गया है। इस धरने को मोदी के खिलाफ ममता की 'अप्रत्यक्ष जंग' बताया जा रहा है। ममता इस धरने के जरिए मोदी और अमित शाह पर निशाना साध रही हैं। सीबीआई ममता के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकती है। जानते हैं क्या है शारदा चिटफंड और रोज वैली घोटाला :
शारदा चिटफंड घोटाला : शारदा चिटफंड स्कैम पश्चिम बंगाल का एक बड़ा आर्थिक घोटाला है। इसमें कई बड़े नेताओं के नाम जुड़े हैं। दरअसल, इस कंपनी पर आरोप है कि पैसे ठगने के लिए लोगों से लुभावने वादे किए थे और रकम को 34 गुना करके वापस करने के लिए कहा था। इस घोटाले में करीब 40 हजार करोड़ की हेराफेरी हुई थी। वर्ष 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिए थे कि इस मामले की जांच करे। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम पुलिस को जांच में सहयोग करने का आदेश दिया था।
शारदा ग्रुप ने सिर्फ 4 सालों में पश्चिम बंगाल के अलावा झारखंड, उड़ीसा और नॉर्थ ईस्ट राज्यों में अपने 300 ऑफिस खोल लिए। पश्चिम बंगाल की इस चिटफंड कंपनी ने 20000 करोड़ रुपए लेकर दफ्तरों पर ताला लगा दिया था।
इस मामले में पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम की पत्नी नलिनी के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किया गया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने शारदा ग्रुप के प्रमुख सुदीप्तो सेन के साथ मिलकर साल 2010 से 2012 के बीच 1.4 करोड़ रुपए लिए थे।
कैसे घोटाले से जुड़ा राजीव कुमार का नाम : इन चिटफंड घोटालों की जांच करने वाली पश्चिम बंगाल पुलिस की SIT टीम का नेतृत्व 2013 में राजीव कुमार ने किया था। खबरों के अनुसार सीबीआई सूत्रों का कहना है कि एसआईटी जांच के दौरान कुछ खास लोगों को बचाने के लिए घोटालों से जुड़े कुछ अहम सबूतों के साथ या तो छेड़छाड़ हुई थी या फिर उन्हें गायब कर दिया गया था। इसी सिलसिले में सीबीआई कुमार से पूछताछ करना चाहती है। राजीव कुमार पश्चिम बंगाल कैडर के 1989 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं। रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में सीबीआई ने अब तक 80 चार्जशीट फाइल की हैं जबकि 1 हजार करोड़ से ज्यादा रुपए रिकवर कर लिए हैं।
रोज वैली घोटाला : रोज वैली घोटाले पर बहुत समय से हड़कंप मचा हुआ है। इस घोटाले में भी कई बड़े नेताओं के नाम शामिल होने की बात सामने आ चुकी है। खबरों के अनुसार लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर चूना लगाने वाले इस समूह के पैर राजनीति, रियल एस्टेट और फिल्म जगत तक पसरे हुए थे।
रोज वैली चिटफंड घोटाले में रोज वैली ग्रुप ने लोगों को 2 अलग-अलग स्कीम का लालच दिया और करीब 1 लाख निवेशकों को करोड़ों का चूना लगा दिया था। आशीर्वाद और होलिडे मेंबरशिप स्कीम के नाम पर ग्रुप ने लोगों को ज्यादा रिटर्न देने का वादा किया। इसके बाद लोगों ने भी इनकी बातों में आकर इसमें निवेश कर दिया। ग्रुप एमडी शिवमय दत्ता इस घोटाले के मास्टरमाइंड कहे जाते हैं।