भोपाल। पश्चिम बंगाल में सीबीआई (CBI) और ममता सरकार के बीच बड़े टकराव के बाद अब मध्यप्रदेश में भी सीबीआई की एंट्री पर बैन लग सकता है।
शारदा चिटफंड मामले में पुलिस कमिश्नर से पूछताछ के लिए पहुंची CBI की टीम को जिस तरह पश्चिम बंगाल पुलिस ने पहले हिरासत में लिया और सीबीआई के अधिकारियों को थाने ले जाया गया और बाद में सीबीआई पर मोदी सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठीं, उसके बाद अब CBI के विरोध में कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल आ गए हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद ममता बनर्जी से फोन पर बात करके उन्हें अपना समर्थन दिया है। राहुल गांधी ने ममता बनर्जी को फोन कर पूरा भरोसा दिलाया है कि फासीवादी ताकतों से लड़ाई में कांग्रेस उनके साथ है।
पश्चिम बंगाल के ताजा घटनाक्रम के बाद ये अटकलें भी तेज हो गई हैं कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार भी CBI की एंट्री पर बैन लगा सकती है।
मध्यप्रदेश से पहले छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार CBI की एंट्री पर बैन लगा चुकी है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि पश्चिम बंगाल की घटना के बाद अब मध्यप्रदेश सरकार जल्द ही इस बारे में कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
इस बारे में गृहमंत्री बाला बच्चन की मुख्यमंत्री कमलनाथ से जल्द चर्चा हो सकती है। कांग्रेस पहले ही CBI के नए प्रमुख बने मध्यप्रदेश कैडर के पूर्व आईपीएस अफसर ऋषि कुमार शुक्ला की नियुक्ति पर सवाल उठा चुकी है।
सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह का आरोप है कि कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए ऋषि कुमार शुक्ला को CBI का प्रमुख बनाया है।
मंत्री गोविंद सिंह का आरोप है कि बीजेपी व्यापमं केस में चल रही सीबीआई जांच को प्रभावित करना चाहती है, इसलिए सीबीआई प्रमुख के तौर पर ऋषि कुमार शुक्ला की नियुक्ति हुई है।
ऋषि कुमार शुक्ला सीबीआई के डायरेक्टर बनाए जाने के पांच दिन पहले तक मध्यप्रदेश के डीजीपी थे। बाद में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनको डीजीपी के पद से हटाकर मध्यप्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन का अध्यक्ष बना दिया था।