चेन्नई। तमिलनाडु के पांच बार मुख्यमंत्री और 12 बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले डीएमके के सुप्रीमो एम. करुणानिधि आज 94 बरस का निधन हो गया। वे भारतीय राजनीति के कद्दावर नेता माने जाते थे। तमिलनाडु और केंद्र की राजनीति में पांच दशक तक प्रभावशाली भूमिका अदा करने वाले करुणानिधि का अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा। परिजन चाहते हैं कि उनका अंतिम संस्कार मरीना बीच पर हो और यहीं पर बाद में उनका स्मारक भी बने। हालांकि सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी है। पूरा तमिलनाडु इस वक्त गहरे सदमे में है और पूरा माहौल गमगीन है।
61 साल राजनीति में रहे करुणानिधि के निधन पर शोक स्वरूप 7 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। बुधवार को तमिलनाडु के सभी स्कूल और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल चेन्नई पहुंच रहे हैं। उनके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी चेन्नई जाएंगे।
करुणानिधि के निधन पर अनेक राजनैतिक दलों ने शोक व्यक्त किया है। राहुल ने कहा कि भारत ने महान बेटा खोया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शोक संदेश में कहा कि उनका संघर्ष याद रखा जाएगा। भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य आर. अश्विन ने भी शोक संदेश भेजा है। दक्षिण भारतीय फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता रजनीकांत ने भी करुणानिधि के निधन पर शोक जताया।
उनके निधन के बाद करुणानिधि के बेटे स्टालिन ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। अस्पताल के बाहर हजारों समर्थकों की आंखों में आंसू है। स्टालिन ने कहा कि भले ही करुणानिधि का निधन हो गया हो लेकिन उनकी राजनीति का सूरज कभी अस्त नहीं होगा।