मुंबई। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को बहुप्रतीक्षित 'तेजस सुपरफास्ट एक्सप्रेस' को यहां हरी झंडी दिखा कर गोवा स्थित करमाली के लिए रवाना किया। ट्रेन के रवाना होते ही इसकी 24 मई की टिकट प्रतीक्षा सूची में चली गई हैं। तेजस में विमान तमाम जैसी सुविधाएं मौजूद और जाहिर है कि इसका किराया भी अधिक होगा। तेजस में बेहद आरामदायक सुविधा का लाभ लेने के लिए यात्रियों को 'शताब्दी एक्सप्रेस' से 20 फीसदी ज्यादा किराया चुकाना होगा।
'तेजस सुपरफास्ट एक्सप्रेस' 9 घंटे से भी कम समय में 630 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। 20 कोच वाली तेजस एक्सप्रेस में आटोमेटिक डोर, एलसीडी स्क्रीन, वाई-फाई, कॉफी वेंडिंग मशीन, मैगजीन और अन्य तमाम सुविधाएं मौजूद हैं।
विस्तार जानिए, तेजस एक्सप्रेस की विशेषताएं
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तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को खाना ऑर्डर करने का विकल्प
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तेजस एक्सप्रेस सुपरफास्ट अधिभार, आरक्षण शुल्क और खानपान शुल्क अलग से लगेंगे
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बिना खाने के विकल्प के तेजस में एग्जिक्यूटिव श्रेणी का किराया 2,540 रुपए है
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तेजस में खाने समेत किराया 2,940 रुपए रखा गया है
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खाने के साथ चेयर कार का किराया 1,850 रुपये होगा और बिना खाने के किराया 1,220 रुपए
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शताब्दी का किराया एग्जिक्यूटिव श्रेणी में 2,390 और चेयर कार श्रेणी में 1,185 रुपए (खाना शामिल)
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दिल्ली-चंडीगढ़ या फिर आनंद विहार-लखनऊ तेजस के अगले रूट हो सकते हैं
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तेजस की खासियत यह है कि विमानों की तरह इस ट्रेन की हर सीट के पीछे एलसीडी स्क्रीन लगी है
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विमान की तर्ज पर इस ट्रेन में अटेंडेंट को बुलाने के लिए कॉल बेल का प्रावधान
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फिलहाल तेजस एक्सप्रेस अधिकतम 130 किमी की रफ्तार से ही चलेगी।
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पटरियों में बदलाव करके भविष्य में इसे 200 किमी की रफ्तार से चलाया जा सकेगा।
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यह पहली ऐसी ट्रेन होगी, जिसके दरवाजे मेट्रो की तरह स्लाइडिंग होंगे और उसका कंट्रोल गार्ड के हाथ में होगा।
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ट्रेन के शौचालयों में टच लेस नल लगे हैं और बायो वैक्यूम सिस्टम भी है।
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न तो ट्रेन चलने के बाद इसमें कोई पैसेंजर चढ़ पाएगा और न ही रुकने से पहले कोई पैसेंजर इससे उतर पाएगा।
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इस तरह की ट्रेन से चढ़ने और उतरते वक्त यात्रियों के साथ होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा।
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तेजस में वाईफाई की भी सुविधा है। ट्रेन में सीसीटीवी कैमरों के अलावा पैसेंजर इन्फर्मेशन सिस्टम रहेगा।
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पैसेंजर इन्फर्मेशन सिस्टम पता चल सके कि अगला स्टेशन कौन सा आने वाला है
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तेजस एक्सप्रेस में एलईडी लाइटिंग के अलावा डेस्टिनेशन बोर्ड भी डिजिटल लगाए गए हैं।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारतीय रेल ने रेल डिब्बों की सुरक्षा बेहतर करने के लिए एक बड़ी पहल की है। रेलवे जल्द ही 40,000 डिब्बों की ‘रेट्रोफिटिंग’ करेगी। रेल मंत्री के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन ‘मेक इन इंडिया’ के तहत तेजस एक्सप्रेस के डिब्बे पंजाब में कपूरथला स्थित रेल कोच कारखाने में बने हैं। मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसकी 24 मई की टिकट प्रतीक्षा सूची में चली गई है।