Crime in Indore: शहर में पुलिस के तमाम कोशिशों के बाद भी बदमाश बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे है। ताजा मामला पंढरीनाथ थाना क्षेत्र के कबूतरखाना क्षेत्र का है। जहां दोपहर में हुए विवाद के बाद हथियार बंध बदमाशों ने एक युवक की हत्या कर दी। मृतक का नाम शानू उर्फ रियाज सामने आया है। वही तीन युवक घायल हुए है।
बताया जा रहा है की हमलावर सलमान लाला गैंग के थे, जिन्होंने पहले हवाई फायर किया और फिर चाकू से युवक को मौत के घाट उतार दिया। दोपहर में क्रिकेट खेलने के दौरान विवाद हुआ था। शहर में पुलिस पिछले 15 दिनों से गुंडा अभियान चला रही है और दावा है को इस दौरान 3 हजार से ज्यादा बदमाशों को पकड़ा है। लेकिन लगातार सामने आ रही घटनाओं से कई सवाल खड़े हो रहे है।
कमिश्नरी का क्या फायदा : बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इंदौर में कमिश्नरी सिस्टम (Commissionerate System in Indore) इसलिए लागू किया गया था ताकि इंदौर में बढ़ते क्राइम के ग्राफ पर लगाम लगाई जा सके, लेकिन कमिश्नरी लागू होने के बाद भी इंदौर में लगातार अपराध की (Crime) सनसनीखेज घटनाएं सामने आ रही हैं। सरेआम हत्याएं हो रही हैं। इसके कुछ महीनों पहले 30 दिनों में 9 हत्याओं (Murder) से पूरे शहर में दहशत छा गई थी। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर कमिश्नर सिस्टम का क्या फायदा है, जब सरेआम और छोटे-मोटे विवाद में भी आम लोगों की हत्याएं कर दी जा रही है।
इंदौर में 2021 में लागू हुआ था कमिश्नर सिस्टम : प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj singh chouhan) ने 21 नवंबर 2021 को भोपाल और इंदौर में कमिश्नर प्रणाली लागू करने की घोषणा की थी। इसके बाद 9 दिसंबर 2021 को भोपाल और इंदौर में कमिश्नर प्रणाली लागू की गई। कमिश्नरी लागू होने के बाद दोनों शहरों में पूरी पुलिस अमले में बदलाव किया गया था। मकसद यह था कि कमिश्नरी प्रणाली लागू होने के बाद इंदौर और भोपाल में क्राइम के ग्राफ को नीचे लाया जा सके।