अमरनाथ यात्रियों को ले जा रही गुजरात की बस GJ-9 9976 के ड्राइवर सलीम शेख ने आतंकवादी हमले की जो कहानी बयान की उसको सुनकर रौंगटे खड़े हो गए। हमले में सलीम भी घायल हुआ है।
शेख ने मीडिया को बताया कि बस पर हमले के बाद कुछ पल के लिए तो मेरा दिमाग सुन्न हो गया। मगर फिर मुझे समझ में आया कि बस पर आतंकवादी हमला हुआ है। बस को 25 के लगभग आतंकवादियों ने घेर लिया था। मैंने बस को रोका नहीं बल्कि उसे पूरी गति से दौड़ाया।
शेख के मुताबिक एक आतंकवादी ने बस में चढ़ने की कोशिश की मगर कंडक्टर सुभाष देसाई ने धक्का देकर उसे बाहर कर दिया और बस का फाटक बंद कर दिया। अगर आतंकवादी बस में घुसने में सफल हो जाता तो शायद बस में सवार किसी भी यात्री की जान नहीं बचती।
ड्राइवर ने कहा कि मुझे कंधे और पैर में गोली लगी थी। गोली लगने के बाद मेरा दिमाग सुन्न हो गया था, लेकिन हालत की गंभीरता को समझते हुए मैंने किसी तरह हिम्मत जुटाई और बस को लगभग पांच किलोमीटर तक पूरी गति से भगाया। बाद में हमें सेना की गाड़ी मिली और सैनिकों ने आतंकियों का पीछा किया मगर तब तक वे फरार हो गए।
उल्लेखनीय है कि इस आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए।