There was a big jump in the country's foreign exchange reserves : देश का विदेशी मुद्रा भंडार एक मार्च को समाप्त सप्ताह में 6.55 अरब डॉलर बढ़कर 625.63 अरब डॉलर हो गया। इससे एक सप्ताह पहले कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.97 अरब डॉलर बढ़कर 619.07 अरब डॉलर रहा था।
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे एक सप्ताह पहले कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.97 अरब डॉलर बढ़कर 619.07 अरब डॉलर रहा था। उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2021 में, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
विदेशी मुद्रा आस्तियां 6.04 अरब डॉलर बढ़कर 554.23 अरब डॉलर हो गईं : पिछले साल से वैश्विक गतिविधियों के कारण उत्पन्न दबाव के बीच केंद्रीय बैंक ने रुपए की गिरावट को रोकने के लिए पूंजी भंडार का उपयोग किया जिससे मुद्रा भंडार प्रभावित हुआ। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, एक मार्च को समाप्त सप्ताह में मुद्राभंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 6.04 अरब डॉलर बढ़कर 554.23 अरब डॉलर हो गईं।
स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 56.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 48.42 अरब डॉलर हो गया : डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और एन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है। रिजर्व बैंक ने कहा कि सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 56.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 48.42 अरब डॉलर हो गया।
विशेष आहरण अधिकार (SDR) 1.7 करोड़ डॉलर घट गया : रिजर्व बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 1.7 करोड़ डॉलर घटकर 18.18 अरब डॉलर रहा। रिजर्व बैंक के मुताबिक समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के पास भारत की आरक्षित जमा भी 4.1 करोड़ डॉलर घटकर 4.79 अरब डॉलर रहा। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour