नई दिल्ली। नवंबर माह की शुरुआत हो चुकी है और मौसम विभाग के अनुसार इस माह मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। इस माह पहाड़ों इलाकों में जहां जमकर बर्फबारी होगी, वहीं निचले इलाकों में बारिश भी होगी। इससे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ठंड अपना असर दिखाना शुरू कर देगा।
पश्चिमी हिमालय के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ 4 नवंबर तक जम्मू-कश्मीर पहुंच सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के साथ-साथ बारीश होने की पूरी संभावना है।
अगले कुछ दिनों में पहाड़ी राज्यों में मौसम का ट्रिपल अटैक देखने को मिलने वाला है। इन राज्यों में बर्फबारी, बारिश और ठंड का ट्रिपल अटैक होगा। जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है। आईएमडी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, हिमाचल प्रदेश में से बारिश होगी।
एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे श्रीलंका तट पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा ऊपर चक्रवाती परिसंचरण से तमिलनाडु और केरल होते हुए दक्षिण-पूर्व अरब सागर तक फैली हुई है। पश्चिमी हिमालय के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। एक और पश्चिमी विक्षोभ 4 नवंबर तक जम्मू-कश्मीर में पहुंच सकता है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु में पूर्वोत्तर मानसून सक्रिय रहा। तटीय आंध्रप्रदेश तटीय तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में हल्की बारिश और हिमपात हुआ। आंतरिक तमिलनाडु में छिटपुट हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्रप्रदेश और तटीय तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश के साथ कहीं भारी बारिश संभव है। आंतरिक तमिलनाडु, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और रायलसीमा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। उत्तराखंड में छिटपुट हल्की बारिश और हिमपात हो सकता है। दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब से गंभीर श्रेणी में रह सकता है।
Edited by: Ravindra Gupta