ज्ञानवापी विवाद को लेकर सोमवार को ही कोर्ट का फैसला आया है। यह फैसला हिंदू पक्ष में आया है, जिसमें कहा गया है कि श्रृंगार गौरी विवाद से जुड़ी याचिका पर सुनवाई होगी, यानी यह केस सुनने योग्य है। इस बीच गीतकार मनोज मुंतशिर की एक कविता सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है। इस कविता में मनोज मुंतशिर ने मुगल शासकों पर शब्दों से आक्रमण किया है। फेसबुक से लेकर ट्विटर तक लोग इसे शेयर कर कमेंट कर रहे हैं।
जिस कविता का वीडियो शेयर किया जा रहा है, उसमें मनोज कविता पढते नजर आ रहे हैं। कविता के बोल हैं, मस्जिद है या शिवाला, पत्थर गवाही देंगे। इसके अलावा कविता में मनोज मुगल शासकों के बारे में कहते हुए पूछ रहे हैं कि बाबर ने राम को वनवास में क्यों भेजा, काशी को क्यों उजाड़ा?
यह है पूरी कविता
मनोज मुंतशिर की यह पूरी कविता कुछ इस तरह से है। मस्जिद है या शिवाला, ये सच बता ही देंगे, पूछेगी जब अदालत, पत्थर गवाही देंगे। हम जोड़ने के काइल, तुम तोड़ने में माहिर, मेहमान तुमको माना, तुमने हमको काफ़िर। बस ये बता दो खंजर क्यों पीठ में उतारा, क्यों सोमनाथ तोड़ा? मथुरा को क्यों उजाड़ा, शंकर का जुर्म क्या था….।
इस कविता को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया। एक वर्ग उनपर जहर उगलने का आरोप लगा रहा है। तो वहीं कई लोग उनकी कविता की तारीफ कर रहे हैं। ये पहली बार नहीं है जब मनोज मुंतशिर ने इस तरह की कोई कविता लिखी है, इससे पहले भी मनोज ने एक कविता लिखी थी, जिसका नाम था आप किसके वंशज हैं। जिसमें मनोज ने मुगलों को लेकर कई बात कही थी, जिसका लोगों ने जमकर विरोध किया था। इन दिनों ज्ञानवापी मस्जिद का मामला गरमाया हुआ है। केस कोर्ट में चल रहा है। जिला जज अजय कुमार विश्वेश की अदालत में सुनवाई होगी।
मनोज मुंतशिर यह कविता उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में सुना रहे हैं। 12 सितंबर को ही मनोज ने अपने ट्विटर से इस वीडियो को पोस्ट किया है, जिस दिन ज्ञानवापी केस की सुनवाई के पक्ष में फैसला आया था। अब तक हजारों लोग इस वीडियो को रीट्वीट और लाइक्स कमेंट कर चुके हैं।