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CAB : असम में हजारों लोगों ने किया कर्फ्यू का उल्लंघन, सेना ने किया फ्लैग मार्च

हमें फॉलो करें CAB : असम में हजारों लोगों ने किया कर्फ्यू का उल्लंघन, सेना ने किया फ्लैग मार्च

भाषा

, गुरुवार, 12 दिसंबर 2019 (23:08 IST)
गुवाहाटी/ नई दिल्ली। असम में विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज होने के बीच हजारों की संख्या में लोगों ने गुरुवार को गुवाहाटी में कर्फ्यू का उल्लंघन किया और सड़कों पर उतरे। राज्य में पुलिस गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई और सेना की टुकड़ियां फ्लैग मार्च कर रही है।
 
अधिकारियों ने बताया कि तेजपुर तथा ढेकियाजुली शहरों में भी अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाया गया है। उन्होंने बताया कि जोरहाट, गोलाघाट, तिनसुकिया और चराईदेव जिलों में रात का कर्फ्यू लगाया गया है।
 
असम के गुवाहाटी में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस गोलीबारी में घायल हुए दो लोगों की गुरुवार को मौत हो गई। गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति को मृत लाया गया था जबकि एक अन्य की इलाज के दौरान मौत हो गई। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने दावा किया है कि पुलिस गोलीबारी में 3 लोगों की मौत हुई है। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि गोली लगने से घायल 11 लोगों को वहां लाया गया था।
 
हेतीगांव, लचितनगर, डाउनटाउन, गणेशगुरी और लालुंगांव समेत गुवाहाटी में कई स्थानों पर पुलिस गोलीबारी की घटनाएं होने की खबर है।
 
गुवाहाटी एक छावनी में तब्दील हो गया है क्योंकि यहां प्रत्येक नुक्कड़ और चौराहे पर सेना, अर्द्धसैनिक बल और राज्य पुलिस के जवान तैनात हैं।
 
प्रधानमंत्री ने की शांति की अपील : इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार उनके अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
 
असमिया और अंग्रेजी भाषा में किए कई ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से और केंद्र सरकार धारा 6 की भावना के अनुसार लोगों को राजनीतिक, भाषाई, सांस्‍कृतिक और भूमि अधिकारों की संवैधानिक सुरक्षा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। असम समझौते की धारा 6 स्थानीय अधिकारों, भाषा और संस्कृति की सुरक्षा की गारंटी देता है।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि मैं असम के अपने भाइयों और बहनों को आश्वासन देना चाहता हूं कि नागरिकता संशोधन विधेयक के पारित होने के बाद उन्हें चिंतित होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोई उनके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और खूबसूरत संस्कृति को छीन नहीं सकता।
 
शनिवार तक इंटरनेट पर रोक : असम के दस जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर लगाई गई रोक की अवधि को गुरुवार की दोपहर 12 बजे से 48 घंटे के लिए और बढ़ा दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोकने और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के वास्ते इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई थी।
 
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह और राजनीतिक विभाग) संजय कृष्णा ने बताया कि लखीमपुर, धेमाजी, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चराइदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कामरूप (मेट्रो) और कामरूप में इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी।
 
मेघालय में हिंसा : वाहनों पर तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद गुरुवार की शाम 5 बजे से 48 घंटे के लिए पड़ोसी राज्य मेघालय में मोबाइल इंटरनेट और संदेश सेवाओं को भी स्थगित कर दिया गया है। राज्य की राजधानी शिलांग में दो पुलिस थानों के तहत क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है।
 
त्रिपुरा से हिंसा की कोई बड़ी घटना होने की कोई सूचना नहीं है। राज्य की राजधानी अगरतला में बंद रहा और शैक्षणिक संस्थान तथा कार्यालय बंद रहे।
 
असम में नेताओं के घर हमला : एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने तेजपुर के माधवधाम में उस समय गोलीबारी की जब एक व्यक्ति ने प्रदर्शनकारियों के एक समूह में अपने वाहन को घुसा दिया जिससे चार लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने उस व्यक्ति पर हमला किया और उसके वाहन को जला दिया। डिब्रूगढ़, सादिया और तेजपुर जैसी स्थानों के अलावा गोलाघाट के अमोलपट्टी में आरएसएस के कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई।
 
प्रदर्शनकारियों ने सोनितपुर के बेहली में असम के हथकरघा मंत्री रंजीत दत्ता, भाजपा विधायक पद्मा हजारिका और चबुआ में बिनोद हजारिका के आवासों पर हमला किया।
 
नागरिकता (संशोधन) विधेयक बुधवार को राज्यसभा में पारित हो गया। इससे पहले यह विधेयक सोमवार को लोकसभा में पारित हो चुका है। इसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी - हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है। (भाषा) 
 

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